मुंबई, देश के कारोबार में 500 और 2000 रुपए के नोटों के बीच के गैप को भरने के मकसद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जल्द 1000 रुपए का नोट ला रहा है। आरबीआई सूत्रों के मुताबिक 1000 के नोट की प्रिंटिंग मैसूर और साल्बोनी प्रिंटिग प्रेस में होगी, इस मामले में डिजाइन और पेपर संबंधी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। सरकार का अधिक फोकस अब कम मूल्य वाले नोटों पर है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रिजर्व बैंक ने कम से कम 6 महीने पहले ही 2000 के नोट की प्रिंटिंग का काम रोक दिया गया था। अब उसकी जगह बैंक की सभी प्रेस में 200 रुपए के नोट की प्रिंटिंग हो रही है और इसके बाद 1000 रुपए के नोटों की प्रिंटिंग होगी।
रिजर्व बैंक के सूत्रों से मिली ने बताया कि 2000 रुपए के नोट बने रहेंगे, लेकिन अब सरकार का फोकस कम मूल्य वाले नोटों पर है , सरकार का मानना है कि छोटे मूल्य वाले नोट अधिक जरूरी हैं।
– एटीएम के रीकैलिब्रेशन के बाद मिलेंगे नए नोट
50 और 200 रुपए के नए नोट एटीएम के रीकैलिब्रेशन के बाद ही मिलेंगे. शीर्ष बैंक का मानना है कि 200 रुपए का नोट काफी उपयोगी होगा। माना जा रहा है कि 200 रुपए के 50 करोड़ नोट मार्केट में लाए जा सकते हैं। सरकार के विशेषज्ञों का कहना है कि 1000 रुपए और 200 रुपए के नोट के दो फायदे होंगे- एक तो कैश लेनदेन में आसानी होगी और दूसरा इससे कुल करंसी में छोटे और मध्यम वैल्यू वाले नोटों की संख्या बढ़ जाएगी। इसके साथ साथ 200 रुपए के नये नोट लाने से बिना टैक्स दिए कैश रखने वाले लोगों पर शिकंजा कसने और कालेधन को रोकने में आसानी होगी। गौरतलब है कि नोटबंदी से पहले 500 के 1,717 करोड़ नोट थे और 1000 के 686 करोड़ नोट थे।