न्यूयॉर्क,अमेरिकी ओपन टेनिस सोमवार से यहां प्रारंभ हो रहा है। कई स्टार खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के चलते इस बार जेवेरेव, किर्गीयोस और डोमिनिक थीम जैसे खिलाड़ियों के पास भी यह खिताब जीतने का सुनहरा मौका होगा। पुरुष वर्ग में जहां राफेल नडाल और रोजर फेडरर खिताब के प्रबल दावेदार के तौर पर कोर्ट पर उतरेंगे। वहीं महिला वर्ग में आठ खिलाड़ियों की निगाह खिताब के साथ साथ नंबर एक रैंकिंग पर रहेगी। नडाल और फेडरर की प्रतिद्वंद्विता मशहूर है पर ये दोनों दिग्गज टेनिस कभी अमेरिकी में आमने-सामने नहीं हुए हैं। इस बार हालांकि ये दोनों सेमीफाइनल में एक-दूसरे से भिड़ सकते हैं। विश्व के नंबर दो और 2012 के चैंपियन एंडी मरे ने चोट से उबरने में नाकाम रहने के बाद अपना नाम वापस ले लिया है जिससे फेडरर और नडाल के बीच फाइनल की संभावना खत्म हो गई. ये दोनों ही दिग्गज अभी एक हाफ में हैं और उनका मुकाबला अंतिम चार में हो सकता है। महिला वर्ग में रुस की मारिया शारापोवा भी जीत के साथ वापसी करना चाहेंगी।
पिछले तीन वर्षों में पहली बार नंबर एक रैंकिंग पर पहुंचे नडाल ने 2010 और 2013 में यहां खिताब जीता था और इस बार मरे, नोवाक जोकोविक और स्टैन वावरिंका की अनुपस्थिति में उनकी दावेदारी मजबूत बन गई है। पांच बार के यूएस ओपन चैंपियन फेडरर अपने 20 वें ग्रैंडस्लैम और इस साल के तीसरे बड़े खिताब के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे। इस वर्ष ऑस्ट्रेलियाई ओपन और विंबलडन जीतने वाले फेडरर अगर खिताब जीतने में सफल रहते हैं तो ओपन युग में अमेरिकी ओपन जीतने वाले सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी बन जाएंगे।
मरे, जोकोविक और वावरिंका के अलावा केई निशिकोरी और मिलोस राओनिच के भी चोटिल होने के कारण बाहर होने से नडाल और फेडरर की सेमीफाइनल तक की राह आसान बन गयी है। नडाल को हालांकि इस टूर्नामेंट से पहले सिनसिनाटी में निक किर्गीयोस और मांट्रियल में कनाडाई किशोर डेनिस शापोवालोव से हार झेलनी पड़ी थी। फेडरर पीठ की चोट के कारण सिनसिनाटी से हट गए थे जबकि मांट्रियल में फाइनल में उन्हें अलेक्सांद्र जेवेरेव ने हरा दिया था।
जहां तक महिला वर्ग की बात है तो सेरेना विलियम्स और विक्टोरिया अजारेंका के नहीं खेलने से आठ खिलाड़ियों के पास दुनिया की नंबर एक रैंकिंग हासिल करने का सुनहरा मौका रहेगा। विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मारिया शारापोवा हालांकि 15 महीने के डोपिंग प्रतिबंध के बाद पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में खेलेंगी। उन्हें वाइल्ड कार्ड से प्रवेश दिया गया है। उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाह टिकी रहेगी लेकिन यह रूसी खिलाड़ी खुद को साबित करने के लिए बेताब होंगी।
अभी विश्व में नंबर एक खिलाड़ी चेक गणराज्य की कारोलिना प्लिसकोवा के लिये अपना स्थान बरकरार रखना आसान नहीं होगा क्योंकि रोमानिया की सिमोना हालेप, डेनमार्क की कारोलिना वोजनियाकी, विंबलडन चैंपियन और विश्व में नंबर तीन गार्बाइन मुगुरूजा, उक्रेन की इलिना स्वितलिना, ब्रिटेन की जोहाना कोंटा और रूस की स्वेतलाना कुजनेत्सोवा के पास भी नंबर एक बनने का मौका रहेगा। इस साल विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली 37 वर्षीय वीनस विलियम्स अभी नौवीं रैकिंग पर हैं लेकिन खिताब जीतने पर वह भी नंबर एक बन सकती हैं। मौजूदा चैंपियन एंजिलक करबर फिर से खिताब की दावेदार के रूप में उतरेंगी।