चंडीगढ़,पंचकूला में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है और 250 लोग घायल हुए हैं। 5 राज्यों में हिंसा फ़ैल चुकी है। पंचकूला में हुई हिंसा में 100 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है। अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद समर्थकों ने मीडियाकर्मियों पर भी हमले किए हैं। इस बीच राम रहीम के फैसले के बाद दिल्ली और उत्तर प्रदेश सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। शहर में हिंसा फैलने के बाद सेना की 6 टुकड़ियां तैनात की गई है। सिरसा में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। रैपिड ऐक्शन फोर्स के जवान भी सिरसा पहुंच गए हैं। खबरों के मुताबिक, कोर्ट परिसर के बाद डेरा अनुयायियों ने टाइम्स नाउ समेत 3 न्यूज चैनलों की ओबी वैन तोड़ दी । कुछ ओबी वैन में आग लगा दी गई। फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियों में आगजनी की गई । पंजाब के दो रेलवे स्टेशनों में आग लगाने की खबर है। इसके अलावा, शिमला हाइवे पर भी कारों को रोककर तोड़फोड़ की गई । पंजाब और हरियाणा में कई जगहों से हिंसा की खबरें हैं। सरकारी भवनों में हिंसक प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी ।
बठिंडा, मानसा और फिरोजपुर में कर्फ्यू है। प्रदर्शकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। उग्र प्रदर्शनकारियों के पथराव के कारण पुलिस को करीब एक किलोमीटर तक पीछे भागना पड़ा।
आंसू गैस का इस्तेमाल
चंडीगढ़,डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत बाबा राम रहीम को सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद अनेक जगहों पर हिंसा भड़क गई। डेरा समर्थकों ने पंजाब, हरियाणा में हिंसा की है जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। हिंसा कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। अनेक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, जबकि कुछ पत्रकारों को भी पीटे जाने की खबर है। हिंसक भीड़ ने रेलवे स्टेशन बललूआणा और मलेर पर आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़ और बल प्रयोग भी किया है। पुलिस और भीड़ में झड़पें भी हुई हैं।
गौरतलब है कि कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने से पहले ही सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। अनेक जगहों पर सेना भी बुला ली गई थी। बाबजूद इसके कोर्ट का फैसला सुनकर बाबा राम रहीम समर्थकों ने हिंसा की, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। हिंसा कर रहे लोगों ने अनेक वाहनों में आग लगा दी। इन वाहनों में मीडिया के वाहन भी शामिल हैं। हिंसक हुई भीड़ ने पत्रकारों को भी अपनी जद में ले लिया और कुछ पत्रकारों की पिटाई भी कर दी। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। खबर है कि हरियाणा के 12 जिलों में तनाव फैला हुआ है। हाईकोर्ट के निर्देश पर हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने की बात कही जा रही है।
सिरसा में लगा है कर्फ्यू
गौरतलब है कि सिरसा में गुरुवार रात से ही कर्फ्यू लगाया जा चुका है और सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद किया गया है। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 72 घंटों के लिए इंटरनेट, डाटा सर्विस वाधित की गई है। वहीं रेलवे ने भी सुरक्षा की दृष्टि से हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान जाने वाली 74 ट्रेनों को रद्द कर दिया था जबकि रोडवेज ने भी अनेक रूट्स की बसों को बंद रखा है। जगह-जगह हिंसा होने और आगजनी करने के समाचार हैं।
जगह-जगह आगजनी
दो रेलवे स्टेशनों बललूआणा और मलेर पर आग लगाने की समाचार हैं। न्यूज चैनलों की दो ओवी वैन को भी आग के हवाले कर दिया गया। बढ़ती हिंसा को देखते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग भी किया, जिससे हिंसा कर रहे लोगों और पुलिस में झड़प भी हुई। इसके साथ ही हिंसक भीड़ ने देवीलाल स्टेडियम में भी हंगामा किया जहां पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। लगातार हिंसा की घटनाओं के बीच बाबा राम रहीम के समर्थक एकजुट हो सिरसा आश्रम की ओर कूच करते नजर आए हैं। इससे स्थिति बिगड़ने और हिंसा बढ़ने के अंदेशे जताए जा रहे हैं। खबर लिखे जाने तक अनेक जिलों में कर्फ्यू लगाया जा चुका है।
स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस, अर्धसैनिक बलों, सेना और रेपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों को स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए कई जगह आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े और कई जगह हवाई फायरिंग भी करना पड़ी।
हिंसा कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। अनेक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, जबकि कुछ पत्रकारों को भी पीटे जाने की खबर है। हिंसक भीड़ ने रेलवे स्टेशन बल्लूआणा और मलेर पर आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग भी किया है। पुलिस और भीड़ में झड़पें भी हुई हैं।
गौरतलब है कि कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने से पहले ही सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। अनेक जगहों पर सेना भी बुला ली गई थी। बाबजूद इसके कोर्ट का फैसला सुनकर बाबा राम रहीम समर्थक हिंसक हो गए।
100 से ज्यादा वाहन फूंके
हिंसा कर रहे लोगों ने अनेक वाहनों में आग लगा दी। इन वाहनों में मीडिया के वाहन भी शामिल हैं। हिंसक हुई भीड़ ने पत्रकारों को भी अपनी जद में ले लिया और कुछ पत्रकारों की पिटाई भी कर दी।
उपद्रवियों से कड़ाई से निपटें
हाईकोर्ट ने सेना-पुलिस को निर्देश देते हुए कहा कि जो भी उपद्रव करे तो सख्ती बरतने से न चूके। डेरा प्रमुख को इस मामले में 15 साल बाद दोषी करार दिया है। इस मामले में 28 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी।
बठिंडा, मानसा और फिरोजपुर में कफ्र्यू
पंजाब के बठिंडा, मानसा और फिरोजपुर में कफ्र्यू लगा दिया गया है। सिरसा में गुरुवार रात से ही कफ्र्यू लगाया जा चुका है। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 72 घंटों के लिए इंटरनेट, डाटा सर्विस वाधित की गई है।
74 टे्रनें रद्द की
रेलवे ने भी सुरक्षा की दृष्टि से हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान जाने वाली 74 ट्रेनों को रद्द कर दिया था, जबकि रोडवेज ने भी अनेक रूट्स की बसों को बंद रखा है। इंदौर से कटरा जाने वाली मालवा एक्सप्रेस को भी रद्द किया गया है।
800 वाहनों का काफिला
बाबा राम रहीम अपने साथ 800 वाहनों के काफिले के साथ सुबह 9:05 बजे सिरसा आश्रम से पंचकुला कोर्ट पहुंचे थे। सुनवाई के दौरान कोर्ट में केवल जज, राम रहीम और स्टाफ ही मौजूद थे। मामले की सुनवाई के बाद जज जगदीप सिंह ने पूरा फैसला पढ़कर सुनाया।
दिल्ली से लगी सीमाओं पर अलर्ट
दिल्ली से लगी सीमाओं पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरियाणा के सिरसा में भी समर्थकों ने हिंसा शुरू कर दी, जहां रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है। उत्तर प्रदेश में भी पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।
शांति बनाए रखने की अपील
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सभी लोगों से खासतौर से डेरा समर्थकों से शांति बनाने की अपील की है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपील की कि शांति बनाकर रखी जाए।
यौन शोषण का मामला
एक गुमनाम पत्र के माध्यम से एक साध्वी ने डेरा प्रमुख पर यौन शोषण सहित कई संगीन आरोप लगाए थे। पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम लिखा गया था, जिसकी प्रति पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को प्रेषित की गई थी। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि पीडि़ता पंजाब की रहने वाली है और सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में पांच साल से एक साध्वी के रूप में रह रही है। इसके साथ ही आरोप था कि अन्य साध्वियों का शोषण भी किया जा रहा है। यह घटना 1999 की थी। पत्र 2001 में लिखा गया, जबकि वर्ष 2002 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। तभी उच्च न्यायालय ने पत्र का संज्ञान लिया और सितंबर, 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश भी दे दिए। सीबीआई की जांच में आरोप सही पाए गए और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई, 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया। सीबीआई ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।
अब तक एक नजर में
– पंचकुला में 100 से अधिक लोग घायल
– 1000 से अधिक लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
– 100 से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ और आगजनी
– कई मीडिया वाहनों को भी किया आग के हवाले
– मीडियाकर्मियों पर भी किया हमला, कई घायल
– हाईकोर्ट ने मांगा डेरा प्रमुख की संपत्ति का ब्योरा
– दिल्ली में सात स्थानों पर हंगामा, चौकसी बढ़ाई
– डेरा प्रमुख के समर्थकों का चार राज्यों में हंगामा
– रेलवे स्टेशन बल्लूआणा और मलेर पर आग लगा दी
– निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया गया
– अर्धसैनिक बलों की 180 कंपनियां की गई थी तैनात
– अद्र्धसैनिक बलों पर रोजाना 3.5 करोड़ से अधिक का खर्च
– हेलिकॉप्टर और ड्रोन से भी की जा रही है निगरानी
– इंदौर से कटरा जाने वाली मालवा एक्सप्रेस को भी रद्द
– हरियाणा सरकार ने बुलाई कैबिनेट की आपात बैठक
एजेंसी की रिपोर्ट