नई दिल्ली,1 जुलाई से देशभर में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू हो गया है। रेलवे का काम कर रहे ठेकेदार, जिन्होंने 1 जुलाई के पहले ठेके लिए थे। उन्होंने काम करने से इनकार कर दिया है। रेलवे के ठेकेदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी भी दे रहे हैं।
ठेकेदारों का कहना है कि जब उन्होंने निविदा भरकर काम लिया था, उस समय जीएसटी लागू नहीं था। 1 जुलाई से जीएसटी लागू हो गया है। इसके बाद जो भी काम हो रहा है, उसके लिए रेलवे को नए नियमों के अनुसार टैक्स का भुगतान करना होगा। रेलवे के अधिकारी जीएसटी में जो टैक्स लागू हुआ है। उसका भुगतान करने के लिए तैयार नहीं है। जिसके कारण ठेकेदारों ने हड़ताल पर जाने की सूचना रेल मंत्री सुरेश प्रभु सहित अपने अपने डिवीजन के अधिकारियों को दे दी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार देशभर में लगभग 60 हजार करोड़ रुपए के ठेके रेलवे ने दिए हुए हैं। अकेले मध्यप्रदेश में 5000 करोड़ रुपए के काम ठेकेदारों को स्वीकृत किए गए हैं। ऐसी स्थिति में जीएसटी को लेकर रेलवे और ठेकेदारों के बीच समझौता नहीं हुआ, तो रेलवे की सारी व्यवस्था गड़बड़ा सकती है। वहीं यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती दिख रही है। देश भर के सभी ठेकेदारों ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी है|
जीएसटी के कारण, रेलवे के ठेकेदारों ने काम बंद किया
