लखनऊ,राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर शिया मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा है कि मस्जिद के लिए निर्धारित जमीन पर सिर्फ मस्जिद ही बन सकती है। कुछ दिन पहले ही वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक ने कहा था कि मुसलमानों को राम मंदिर के लिए जगह छोड़नी चाहिए और किसी मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद का निर्माण होना चाहिए।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कल्बे जव्वाद ने कहा, ‘जो लोग कह रहे हैं कि बाबरी मस्जिद की भूमि को मंदिर के लिए दे देना चाहिए, उन्हें सिर्फ अपनी जमीन इसके लिए देने का अधिकार है। वे मस्जिद के लिए तय की गई भूमि के लिए यह ऐलान नहीं कर सकते। जो चीज आपकी नहीं है, उसके बारे में फैसला लेने का आपके पास कोई अधिकार नहीं है। मस्जिद को शिफ्ट करने की वकालत करने वाले लोगों को अपना घर और संपत्ति इसके लिए दान कर देनी चाहिए।’
कल्बे जव्वाद ने कहा कि वह उलेमाओं की राष्ट्रीय स्तर की संस्था मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद और शिया समुदाय की ओर से यह बात रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये दोनों ही संस्थाएं इस विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे और उसे स्वीकार करेंगे।
बाबरी की जमीन पर सिर्फ मस्जिद ही बन सकती है-कल्बे जव्वाद
