मुंबई, वैश्विक स्तर पर स्पेन की आतंकवादी घटना और अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आर्थिक एजेंडे को लेकर बढ़ती चिंता के साथ साथ स्थानीय स्तर पर सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का के अप्रत्याशित इस्तीफे से शुरु हुई भारी बिकवाली के चलते घरेलू बाजार खासी गिरावट के साथ बंद हुआ। सिक्का के इस्तीफे के बाद इंफोसिस सहित आईटी, फार्मा, बैंकिंग, मेटल, रियल्टी और पावर शेयरों में हुई जोरदार बिकवाली से शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 271 अंकों की गिरावट के साथ 31,525 के स्तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 67 अंकों की गिरावट के साथ 9,837 पर बंद हुआ। कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली नजर आई है। बीएसई का मिडकैप 20 अंकों की गिरावट के साथ 15,208 पर बंद हुआ जबकि स्मॉलकैप 77 अंकों की गिरावट के साथ 15,618 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई। सेंसेक्स सुबह 66 अंकों की गिरावट के साथ 31,730 पर खुला। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 31,730 के ऊपरी स्तर और 31,349 के निचले स्तर को छुआ। इसी तरह निफ्टी 38 अंकों की गिरावट के साथ 9,866 पर खुला। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 9,772 के ऊपरी और 9,784 के निचले स्तर को छुआ।
आर्थिक जानकारों का कहना है कि इंफोसिस के सी.ई.ओ. और एम.डी. विशाल सिक्का के इस्तीफे के बाद इंफोसिस के स्टॉक में 13 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई और इसके एन.एस.ई. पर स्टॉक में 13.39 की गिरावट हुई। इतनी बड़ी गिरावट से स्टॉक 1 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा स्पेन में जानलेवा हमला और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आर्थिक एजेंडे के भविष्य को लेकर चिंता से वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
चौतरफा बिकबाली से लुढ़का बाजार,सेंसेक्स 271 अंक घटकर 31,525 पर बंद
