भोपाल, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजेश मिश्रा को अचानक रातोंरात अपने सभी पदों से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी बनाने के राज्य शासन के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को यह खुलासा करना चाहिए कि मिश्रा ने ऐसा कौन सा कृत्य या घोटाला किया है कि जिसके कारण तुरंत आननफानन में हटाया गया।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि किसी भी अधिकारी को हटाना और बेकाम बिठाना के गंभीर मायने होते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि राजेश मिश्रा ने आयुक्त संस्कृति आयुक्त वाल्मी सहित अन्य जो प्रभार उन्हें सौंपे थे उनमे ऐसी कौन सी गड़बड़ी थी कि जिसमें सरकार को इतना कड़ा निर्णय लेना पड़ा। सिंह ने कहा कि मेरी जानकारी में है कि राजेश मिश्रा 15 अगस्त 2017 मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जन्माष्टमी कार्यक्रम में रात 12 बजे तक मुख्यमंत्री के इर्दगिर्द मौजूद थे। इस दौरान उनसे ऐसी क्या गुस्ताखी हुई कि उन्हें दूसरे दिन 16 अगस्त 2017 को उन्हें अपने पदों से हटा दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके पूर्व भी भारतीय प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों को अपने वर्तमान दायित्वों से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी बनाया गया था। इसके कारण भी सरकार ने बतलाए थे इसलिए सरकार का यह दायित्व है कि वह राजेश मिश्रा को हटाने के कारणों का खुलासा करे।
IAS राजेश मिश्रा के हटाने के कारणों का खुलासा करे सरकार: नेता प्रतिपक्ष
