भोपाल, ईओ डब्ल्यु द्वारा सेंटल मप्र बैंक शाखा गोहद में करीब ढाई करोड़ की हेराफेरी के मामले में शिकायत की जांच के बाद तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों में बैंक मैनेजर भी शामिल है। अफसरों ने बताया कि नागेंद्र शर्मा तत्कालीन शाखा प्रबंधक सेंटल बैंक मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा गोहद जिला भिंड द्वारा वर्ष 2007- से 2011 तक की अवधि में शाखा के बचत खातेदार श्री विश्वनाथ शर्मा के साथ सांठ गांठ कर उनसे फर्जी बिल एवं कुटेशन प्राप्त कर ऋण प्रकरणों में वस्तुओं की फर्जी आपूर्ती दिखाकर एवं विभिन्न शासकीय योजनाओं में ऋण वितरण कर शासन से प्राप्त अनुदान का दुरुपयोग कर खाता बंद करते समय वसूले जाने वाले ब्याज की राशि को शाखा के लाभ हानि खाते से समायोजित कर ऋण खातों को बंद करते समय ब्याज प्रभारित न कर एवं बैंक की विभिन्न योजनाओं में बैंक नियमों के विरुद्ध नगद राशि वितिरत कर ऋणियों के साथ मिलकर सामूहिक रूप से 2,39,42,799/- की आर्थिक हानि पहुंचाने की शिकायत आर्थिक प्रकोष्ठ में क्षेत्रीय प्रबंधक, सतपुड़ा नर्मदा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय ग्वालियर द्वारा की गई थी। शिकायत की जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ मप्र की इकाई ग्वालियर द्वारा की गई। अपने दायित्वों का दुरुपयोग कर, गलत तरीके से एवं बैंक निर्देशों का उल्लंघन करते हुए विश्वनाथ शर्मा, केशव शर्मा एवं अन्य के साथ मिलकर षड्यंत्र पूर्वक भ्रष्टाचार कर बैंक को 2,40,00,000 रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई। जांच के बाद ईओडब्ल्यु ने नागेंद्र शर्मा, तत्कालीन शाखा प्रबंधक सेंटल मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक गोहद विश्वनाथ शर्मा, निवासी पुराना थाना रोड, गोहद जिला भिंड के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहितअन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
दो करोड़ चालीस लाख की हेराफेरी के मामले में EOW ने बैंक मैनेजर सहित तीन के खिलाफ दर्ज किया मामला
