भोपाल,ब्लैक लिस्टेट हुए करतार वेयर हाउस में रखी चालीस लाख रुपए की प्याज लापरवाही के चलते खराब हो गई। खरीदी करने वाली कंपनी ने समय पर प्याज नहीं उठाई, इसलिए अब कंपनी द्वारा जमा सिक्यूरिटी राशि को राजसात कर इसकी भरपाई की जाएगी। एक दो दिन में यह राशी राजसात कर ली जाएगी। बार-बार शासन के निर्देश के बावजूद व्यापारी ने वेयर हाउस में रखी 30 हजार क्विंटल प्याज नहीं उठाई, जिससे वह पूरी सड़ गई। अब व्यापारी इस प्रयास में जुटा हुआ है कि उसकी राशि राजसात न हो। अब वह सड़ी प्याज की छटनी करवाने में लगा है। इधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल कलेक्टर सुदाम पी खाडे के कहने पर ही करतार वेयर हाउस में सीहोर की प्याज रखवाई गई थी। जानकारी के अनुसार इस वेयर हाउस में करीब 55 हजार क्विंटल प्याज रखवाई गई थी। दो बार में 25 हजार क्विंटल प्याज नीलाम कर दी गई थी। शेष बची 30 हजार क्विंटल प्याज एक रुपए 19 पैसे प्रति किलोग्राम के हिसाब से 40 लाख रुपए में गगन ट्रेडिंग कंपनी को नीलाम कर दी गई थी। इस दौरान जिला प्रशासन सीहोर ने करीब दो से तीन बार कंपनी संचालक को प्याज उठाने के लिए निर्देश दिए, इसके बावजूद व्यापारी ने प्याज नहीं उठाई। अब नागरिक आपूर्ति विभाग का कहना है कि हमें तो हमारे पैसे मिल चुके हैं, यह व्यापारी की जिम्मेदारी थी कि वह समय पर अपनी प्याज उठवा लेता। जानकारी के अनुसार 1 अगस्त को करतार वेयर हाउस में रखी करीब 30 हजार क्विंटल प्याज नीलाम की गई थी।
गगन ट्रेडिंग कंपनी को करतार वेयर हाउस से नीलामी में खरीदी गई प्याज की डिलीवरी 10 अगस्त तक लेनी थी। इधर कंपनी के प्रमुख का कहना है कि जब वे करतार वेयर हाउस पहुंचे तो वहां की सारी प्याज सड़ चुकी थी। नीलामी के समय नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों ने वेयर हाउस में प्याज अच्छी हालत में रखी होना बताया था। लेकिन जब गोदाम से प्याज लेने पहुंचे, तो निगम के कर्मचारियों ने खराब प्याज ट्रक में रखने को कहा। भोपाल के फंदा विकासखंड में आने वाले दो अन्य गोदामों त्रिवेणी और मोहन सिंह वेयर हाउस में प्याज रखी गई थी जिसे समय रहते नीलाम कर दिया गया। हालांकि राजधानी में 17 हजार 400 क्विंटल प्याज नहीं मिल रही है। वहीं 40 हजार क्विंटल प्याज सड़ने के मामले में बीमा ना होने की बात सामने आई है। इस मामले में सीहोर डीमएम नान जेके सारसकर का कहना है कि जिला प्रशासन के निर्देश पर ही करतार वेयर हाउस में प्याज रखवाई गई थी। अब यह प्याज सड़ गई तो इसका जवाब भी जिला प्रशासन ही देगा। हालांकि हमने कंपनी को समय पर प्याज उठाने के लिए कहा था। इसके बावजूद उसने प्याज नहीं उठाया। वहीं नागरिक आपूर्ति निगम के संभागीय अधिकारी नरोत्तम भार्गव का कहना है कि हमे हमारे पैसे मिल चुके है। अब वह व्यापारी को सोचना चाहिए था कि समय पर प्याज न उठाने पर प्याज सड़ सकती है। इसमें व्यापारी की ही लापरवाही है।
40 लाख की प्याज सडी, कंपनी द्वारा जमा सिक्यूरिटी राशि होगी राजसात
