भोपाल, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर 17 अगस्त की रात को राजधानी भोपाल पहुंच रहे हैं। उनके दौरे से कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ विपक्षी पार्टी के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसे लेकर विपक्ष खासतौर पर कांग्रेस खासी परेशान है। बयानवाजी के साथ ही सियासी जमावट भी शुरु कर दी गई है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मध्य प्रदेश दौरा कार्यक्रम के अनुसार 17 अगस्त को रात 9 बजे राजाभोज विमानतल पर आएंगे और रात्रि विश्राम वीआईपी सर्किट हाउस में करेंगे। 18 अगस्त को प्रात: 9 बजे वीआईपी सर्किट हाउस से स्वागत रैली निकाली जाएगी जो कि लालघाटी चौराहे, वीआईपी रोड, कमला पार्क से होते हुए भाजपा कार्यालय पहुंचेगी। विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हुए शाह 20 अगस्त की रात्रि में दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इस दौरा कार्यक्रम के बीच विपक्ष को शंका है कि तोड़-फोड़ की राजनीति करते हुए नेताओं को भाजपा में शामिल करने की कोशिश जरुर की जाएगी।
इसलिए पहले ही मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह साफ तौर पर कह चुके हैं कि यदि अमित शाह के भोपाल आने पर भाजपा ने तोड़फोड़ की, तो हम भी सबक सिखाने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही अजय सिंह ने अपनी पार्टी के विधायकों पर भरोसा भी जतलाया है। उन्होंने कहा है कि यदि भाजपा जिस तरह से प्रचारित कर रही है, अगर वैसा ही कुछ हुआ तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे। इस प्रकार भाजपा अध्यक्ष शाह का दौरा पूरी तरह तोड़-फोड़ पर केंद्रित रहने वाला है इसलिए कहा जा रहा है कि इसके जवाब में विपक्ष क्या करता है वह देखने वाली बात होगी। गौरतलब है कि इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान कह चुके हैं कि शाह राजनीतिक इतिहास में ऐसे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जो देश भर में सुनियोजित संगठनात्मक प्रवास कर रहे हैं। छोटे राज्यों में एक दिन, मध्यम राज्यों में दो दिन और बड़े राज्यों में तीन दिन तक वे प्रवास कर रहे हैं। इस प्रवास की खास बात यह है कि वे 90 प्रतिशत से अधिक समय संगठन को देते हैं। इस प्रकार यहां पर भी वो संगठन को मजबूत करने और विस्तारित करने का ही काम करेंगे, जिससे विपक्ष दहशत में है।