भोपाल,राजधानी में अब फायर फाइटर वाहनों में लाखों का डीजल चोरी का मामला प्रकाश में आया है। बिना काम के बारिश के सीजन में जमकर डीजल भरवाया गया। जबकि न कोई फायर कॉल आए और न ही फायर ब्रिगेड अपने स्थान से हिली। लेकिन हर दूसरे दिन फायर ब्रिगेड में डीजल टैंक से डीजल डालते रहे। नगर निगम में अफसरों के लिए लगी कारों, जेसीबी, वाटर टैंकर में डीजल चोरी के बाद अब यह नया घोटाला सामने आया है। निगम सूत्रों के अनुसार एमपी 04 के 3881 क्रमांक फायर फाइटर में रोजाना 100-125 लीटर डीजल डाला गया। जबकि यह वाहन किसी फायर कॉल पर गया ही नहीं। इसी तरह अन्य कई फायर फाइटर वाहन हैं, जिनमें बिना चले ही बारिश में डीजल भरा जाता रहा। डीजल घोटाला सामने आने के बाद परिवहन शाखा के अफसर लगातार सभी वाहनों से जुड़े विभागों के अधिकारियों और ड्राइवरों को चेतावनी देते रहे, लेकिन डीजल चोरी जारी है। ज्यादा फायर ब्रिगेड वाहनों के माइलो मीटर भी खराब किए गए हैं, ताकि इस गड़बड़ी को छुपाया जा सके। लेकिन फायर कॉल और डलवाए गए डीजल के रिकॉर्ड की जांच होगी तो एक और डीजल घोटाला सामने आ सकता है। सबसे अधिक पुल बोगदा फायर स्टेशन, फतेहगढ़, आईएसबीटी में गड़बड़ियां हो रही हैं।
जानकारी के अनुसार पुलबोगदा फायर स्टेशन में 5, फतेहगढ़ मुख्यालय में 3, बैरागढ़ 4, माता मंदिर 3, छोला में 3, यूनानीशफा खाना में 1, गांधी नगर में 1, आईएसबीटी 1, गोविंदपुरा 2 और कोलार में 2 वाहन समेत 2 रेस्क्यू वाहन हैं। इस तरह शहर में कुल 25 फायर फाइटर वाहन हैं। इस बारे में नगर निगम अपर आयुक्त एमपी सिंह का कहना है कि फायर फाइटर की भी समीक्षा की गई है, कुछ गाड़ियों में औसत से ज्यादा ईंधन डाला गया है। संबंधित प्रभारियों को मॉनिटरिंग के लिए कहा गया है। चोरी पाए जाने पर कार्रवाई की जा रही है। चोरी न हो इसके लिए सभी फायर फाइटर वाहनों में जीपीएस लगाए जाएंगे।
अब फायर फाइटर वाहनों में डीजल चोरी उजागर,बिना काम के रोजाना भरा गया 125 लीटर डीजल
