लखनऊ,गोरखपुर में अस्पताल में बच्चों की मौत की घटना के बाद राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की हर ओर आलोचना हो रही है। वहीं इस मुद्दे पर राजनीति भी जमकर हो रही है।प्रदेश में विपक्षी पार्टी सपा इस घटना के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को दोषी मान रही है।घटना के बाद से ही उत्तर प्रदेश के स्वास्थय मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों और छात्र नेताओं ने मंत्री के घर पर अंडे-टमाटर की बौछार कर दी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इसके अलावा पूरी यूपी में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खां ने घटना की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है। आजम बोले कि बच्चों की देखभाल में जिन लोगों की ड्यूटी थे उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए और कार्रवाई भी की जानी चाहिए। विरोधियों के विरोध का सामना कर रही योगी सरकार पर अब उनकी साथी पार्टी शिवसेना ने भी आरोलग लगाया है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ ने भी इस घटना को लेकर योगी सरकार के साथ-साथ मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है। सामना ने अपने संपादकीय में उत्तर प्रदेश की इस घटना को ‘सामूहिक बालहत्या’ करार दिया है।
UP के स्वास्थ्य मंत्री के घर फेंके गए अंडे, आजम ने की CBI जांच की मांग
