जोधपुर,जोधपुर की एक महिला वैज्ञानिक डॉक्टर प्रगति आर शर्मा ने एक ऐसा रसायन तैयार किया है। जिसकी 1 ग्राम की मात्रा पानी में डालते ही पता चल जाएगा कि पानी,पीने योग्य है या नहीं। इस परीक्षण की कुल लागत मात्र 20 पैसे होगी। इससे लोगों को पानी से होने वाली बीमारियों से काफी हद तक बचाया जा सकता है।
डॉक्टर प्रगति अपने बनाए गए रसायन को पेटेंट कराने की तैयारी कर रही हैं। उनका कहना है कि रिसर्च के बाद पानी में मोजूद हानिकारक तत्वों का आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इस सेंसर केमिकल से पानी में फ्लोराइड, सायनाइट, एसीटेट तथा सल्फेट जैसे हानिकारक तत्वों का आसानी से पता लगाया जा सकेगा।
यह केमिकल पिकरिक एसिड से तैयार किया किया जाता है पिकरिक एसिड की कीमत लगभग 200 रुपए प्रति किलोग्राम है। इसे डाइपिक्राइल हाइड्रोजन के रूप में बदला जा सकता है। 1 किलो केमिकल में 1000 बार पानी की टेस्टिंग की जा सकती है।
रिसर्च के तहत इसकी एक टेस्टिंग स्ट्रिप तैयार की गई है, जो पीएच पेपर की स्ट्रिप में केमिकल लगाया गया है। इसको पानी में डुबाने पर हानिकारक तत्वों का पता लगाया जा सकता है।
स्ट्रिप को पानी में डालने पर यदि पानी शुद्ध होगा तो इसका रंग पीला होगा। पानी में यदि फ्लोराइड की मात्रा होगी तो इसका रंग हल्का भूरा होगा। हाइड्रोजन होने पर सल्फेट भूरा कलर होगा । एसिटिक एसिड होने पर इसका रंग हल्का बैंगनी होगा। हाइड्रो ऑक्साइड होने पर गुलाबी और सायनाइट होने पर बैंगनी कलर का होगा। इससे पानी की गुणवत्ता का आसानी से पता लगाया जा सकता है।
एजेंसी की रिपोर्ट