पटना,जदयू में बगावत और घमासान चरम पर है। बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने 21 नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निकाल दिया।
सिंह ने बताया कि इनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी गई है। पूर्व मंत्री रमई राम और पूर्व सांसद अर्जुन राय जैसे बड़े नाम भी इनमें शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए से जुडऩे के कारण जदयू में दो फाड़ की स्थिति बन गई। शरद यादव खेमा नीतीश पर दबाव बना रहा है। वहीं नीतीश के महागठबंधन तोडऩे से पार्टी के ही कुछ मंत्री, सांसद और कार्यकर्ता नाराज है।
इनको किया बाहर
रमई राम, अर्जुन राय, राजकिशोर सिन्हा, विजय वर्मा, धनिकलाल मुखिया, सियाराम यादव, विंदेश्वरी सिंह, इसराइल मंसूरी, मिथलेश कुशवाहा, निरंजन राय, देवकांत राय, टिंकू कसेरा, जयकुमार सिंह, धीरेंद्र यादव, उदयचंद्र साहा, वीरेंद्र आजाद, सुरेश यादव, विजेंद्र यादव, रमण सिंह, कमल दास और देवेंद्र सहाय।
शरद यादव खेमा ठोंकेगा चुनाव चिन्ह पर दावा
पार्टी में शरद यादव का गुट भी बगावती तेवर अपनाता दिख रहा है। शरद यादव अपने धड़े को असली पार्टी के रूप में पेश करने को तैयार हैं। शरद का दावा है कि उन्हें 14 राज्य इकाइयों का समर्थन है, जबकि पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार को केवल बिहार इकाई का समर्थन हासिल है। जेडीयू के 2 राज्यसभा सांसद अली अनवर अंसारी और वीरेंद्र कुमार भी नीतीश के बीजेपी के साथ जाने के फैसले से नाराज हैं और दोनों ही सांसदों को शरद यादव का समर्थक माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नीतीश ने हाल ही में शरद को जदयू महासचिव और राज्यसभा में संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया था।
रमई राम और अर्जुन राय पार्टी से बाहर,जदयू में घमासान: 21 नेताओं को पार्टी से किया निलंबित
