बीजिंग,चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय फौज उसकी सीमा में घुस आई है। चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय फौज ने सीमा का गलत आकलन किया है। उसने कहा भारत को इस गलती का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि सिक्किम के डोकलाम में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने से जारी सीमा विवाद अब तनावपूर्ण स्थिति में पहुंच गया है।
इस बीच चीन के आक्रामक रुख को देखते हुए भारत ने भी सीमा पर बड़ी संख्या में अपनी फौज तैनात कर दी है। हालांकि अच्छी बात यह है कि इस तनावपूर्ण स्थिति में भी दोनों तरफ से एक भी गोली नहीं चली है। वुहान यूनिवर्सिटी में चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ बाउंड्री एंड ओशन स्टडीज में प्रोफेसर गुआन पीफेंग ने कहा कि इस बार भारत और चीन के बीच अलग तरह का तनाव पैदा हुआ है। भारतीय फौज चीनी सीमा के अंदर आ गई है। डोकलाम विवाद को सुलझाने के लिए 11 अगस्त को भारतीय और चीन के सेना के बीच मेजर जनरल स्तर पर नाथूला में फ्लैग लेवल मीटिंग हुई, लेकिन बेनतीजा साबित हुई। सूत्रों का कहना है कि चीन इस बात पर जोर डाल रहा है कि भारत डोकलाम से अपने सैनिक हटाए वहीं भारत का कहना है कि चीन जब तक सड़क बनाने का उपकरण नहीं हटाता, वह अपनी सेना नहीं हटाएगा। दोनों पक्षों ने फैसला लिया कि अपने अपने हेडक्वाटर को रिपोर्ट करेंगे। पिछले हफ्ते भी ब्रिगेडियर स्तर पर नाथूला में ही दोनों देशों के सेनाओं के बीच बातचीत हुई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
भारत के सिक्किम से लगे भूटान के डोकलाम में भारत और चीनी सेना के जवान कुछ सप्ताह से युद्ध रहित स्थिति में आमने-सामने हैं। डोकलाम मुद्दे पर जारी तनातनी के बीच सामरिक तौर पर अहम कदम उठाते हुए भारत ने सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश से लगी चीन की सीमा के आसपास के समूचे इलाके में और ज्यादा सैनिकों की तैनाती की है। अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों के ‘चौकसी के स्तर’ को भी बढ़ा दिया गया है। उन्होंने बताया कि डोकलाम पर भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक अंदाज के मद्देनजर और गहन विश्लेषण के बाद सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत-चीन की करीब 1,400 किलोमीटर लंबी सीमा के पास के इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया गया।
चीनी क्षेत्र में घुसी भारतीय सेना, भुगतना होगा खामियाजा : चीन
