गांधीनगर,राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के व्हीप विरुद्ध वोटिंग करनेवाले कांग्रेस विधायको को पार्टी से सस्पेन्ड कर दिया गया| इन विधायकों में से शंकरसिंह वाघेला के अलावा अन्य कांग्रेस विधायक 15 अगस्त के बाद भाजपा से जुड़ेंगे|
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पास एक सीट को हथियाने के लिए भाजपा व कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ आवाज बुलंद करनेवाले शंकरसिंह वाघेला की व्यूहरचना के मद्देनजर 8 अगस्त को वोटिंग के दौरान कांग्रेस के दो बागी विधायक राघवजी पटेल व भोलाभाई पटेल ने अपने वोटिंग कार्ड चुनाव एजेन्ट को प्रदर्शित किया था| जिसके चलते दोनों वोट रद्द होने पर भाजपा की कांग्रेस की एक सीट हथियाने की इच्छा पूरी नहीं हुई| 21 जुलाई को शंकरसिंह वाघेला ने अपने जन्मदिवस पर कांग्रेस का हाथ छोड़ने की घोषणा की| उसके दूसरे ही दिन सिद्धपुर सीट से कांग्रेस विधायक बलवंतसिंह राजपूत, विरमसगाम सीट से डॉ.तेजश्रीबेन पटेल और विजापुर सीट से पी.आई. पटेल ने कांग्रेस व विधायक पद से इस्तीफा दे दिया| तीनों पूर्व विधायकों ने उसी दिन शाम को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए| अमितशाह ने बलवंतसिंह राजपूत को भाजपा के तीसरे उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया| इसके बाद कांग्रेस के ठासरा सीट से रामसिंह परमार, बालासिनोर सीट से मानसिंह चौहान और वांसदा सीट से छनाभाई चौधरी ने इस्तीफा दे गया| कांग्रेस से एक साथ ह विधायकों के इस्तीफे से चौंक उठी कांग्रेस ने सतर्कता बरतते हुए अपने 44 विधायकों को एक साथ बेंग्लुरु रिसोर्ट भेज दिया| हालांकि इन 44 विधायकों में से तीन से चार विधायकों द्वारा चुनाव में क्रोस वोटिंग की उम्मीद भाजपा को थी| परंतु सिर्फ साणंद सीट से विधायक करमशी पटेल ने ही क्रोस वोटिंग किया था| जबकि वाघेला के साथ रहे सात विधायकों में से दो विधायकों के वोट रद्द हुए और जेडीयु के छोटू वसावा ने कांग्रेस को वोट देने से भाजपा की बाजी पर उल्टी हो गई| इस समग्र घटना के चलते कांग्रेस ने शंकरसिंह वाघेला समेत कुल 14 विधायकों को सस्पेन्ड करने की घोषणा की| दो दिन पहले शंकरसिंह वाघेला ने कहा कि मैं किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हूंगा परंतु शेष 10 सदस्यों के बारे में भाजपा को सोचना होगा| भाजपा में कांग्रेस से सस्पेन्ड हुए 10 सदस्यों को सन्मानपूर्वक भाजपा में शामिल होने की राजनीतिक गिनती चल रही है| यह नीतिविषयक निर्णय होने के कारण राष्ट्रीय नेतृत्व से संकेत मिलने के बाद 15 अगस्त व जन्माष्टमी पर्व के बाद सभी सदस्यों का भाजपा में शामिल किया जाएगा| सूत्रों द्वारा कहा यह भी जा रहा है कि 18 अगस्त को प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव, संगठन सचिव वी.सतीष की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष जीतुभाई वाघाणी की प्रदेश बैठक आयोजित होनेवाली है इसी दिन इन सदस्य भाजपा से जुड़ने संभावना है| हालांकि भाजपा द्वारा इसकी आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं हुई| उल्लेखनीय है कि हाल भाजपा के राष्ट्रीयअध्यक्ष अमितभाई शाह 9 अगस्त 2017 से 2022 तक यानि की 5 वर्ष तक संकल्प से सिद्धि मंत्र के साथ नया भारत निर्माण के लिए भारत जोडो अभियान में व्यस्त है| गुजरात में हरेक मंडल स्तर पर 15 अगस्त विविध राष्ट्रभक्ति के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है| आगामी सप्ताह से नया भारत के मंथन कार्यक्रमों में केन्द्रीय प्रधान भी गुजरात का दौरा करेंगे| समग्र राज्य में इस संदर्भ में विविध कार्यक्रमों व जनसभाओं का आयोजन किया गया है|
कांग्रेस के सस्पेन्डेड विधायक भाजपा से जुडेंगे
