नागपुर,पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की हालिया में ”मुस्लिमों में असुरक्षा संबंधी टिप्पणी” पर वे खुद घिरते नजर आ रहे है। हामिद की इस टिप्पणी पर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, हामिद अंसारी ऐसे दुर्भाग्यशाली हैं कि देश में कोई भी उनके समर्थन में आगे नहीं आया। बडी संख्या में मुस्लिमों ने भी उनकी टिप्पणियों का विरोध किया है, इंद्रेश कुमार ने कहा कि यदि असुरक्षा की भावना मुसलमान के अंदर होती तो कोई भी मुसलमान अंसारी के बयान का पक्ष जरुर लेता। इससे पहले निवर्तमान हामिद अंसारी ने कहा था कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना है, स्वीकार्यता का माहौल खतरे में है। उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय में की थी जब असहनशीलता और कथित गौरक्षकों की गुंडागर्दी की घटनाएं सामने आई हैं, और कुछ भगवा नेताओं की ओर से अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बयान दिए गए हैं।
बात दे कि उपराष्ट्रपति के रूप में 80 साल के हामिद अंसारी का दूसरा कार्यकाल पिछले बुधवार को पूरा हो गया, अंसारी ने कहा कि उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया था, उन्होंने इसे ”परेशान करने वाला विचार” करार दिया और कहा कि नागरिकों की भारतीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। उल्लेखनीय हैं कि राज्यसभा टीवी पर दिए एक इंटरव्यू में जब अंसारी से पूछा गया कि क्या उन्होंने अपनी चिंताओं से प्रधानमंत्री को अवगत कराया है, तो उप-राष्ट्रपति ने हां कहकर जवाब दिया। देश के उप-राष्ट्रपति होने के नाते संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सभापति का पद भी संभाल रहे अंसारी ने कहा,हां..हां.लेकिन उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच क्या बातें हो रही हैं,यह विशेषाधिकार वाली बातचीत के दायरे में ही रहना चाहिए। गौरतलब हैं कि इस तरह के बयान मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद भी कई बारे सामने आए थे जिसमें कहा गया था कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय खतरे में है।
हामिद अंसारी की बात मुस्लिम समुदाय के लोग ही नहीं मानते : इंद्रेश कुमार
