चंडीगढ़, हरियाणा भाजपा प्रमुख सुभाष बराला को उनके पद से हटाया जा सकता है। राज्य के अनेक स्थानों पर लगे पोस्टरों से बराला का चेहरा नदारत होने और किरण खेर सहित तमाम बड़े नेताओं के बराला के बेटे के खिलाफ खड़े होने से यह तय माना जा रहा है कि बराला के दिन गिने चुने बचे हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 14 अगस्त को गुरुग्राम में अनेक परियोजनाओं की नींव रखने वाले हैं इस अवसर पर छपे पोस्टरों से भी सुभाष बराला नदारत हैं।
इस बीच सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त आशीष कुमार को शनिवार को यहां की एक अदालत ने 25 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गौरतलब है कि उन्होंने कथित तौर पर 29 वर्षीय एक महिला का पीछा किया था और उसे अगवा करने की कोशिश की थी। कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच दोनों आरोपियों को ड्यूटी मेजिस्ट्रेट गौरव दत्ता की अदालत में पेश किया गया। बचाव पक्ष के वकील सूर्य प्रकाश ने कहा , “दोनों युवकों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।” इससे पहले उन्हें 12 अगस्त तक के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया था।
दोनों आरोपी पुलिस जांच में शामिल हो गए थे जिसके बाद उन्हें नौ अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 365 के तहत अगवा करने के प्रयास का आरोप लगाया गया है। आरोपियों पर धारा 511 के तहत ऐसा अपराध करने के प्रयास का आरोप भी है जिसका दंड कारावास अथवा आजीवन कारावास है।