नई दिल्ली,राजधानी में आतंकियों के मंसूबों को अब दिल्ली पुलिस की पराक्रम वैन पस्त करेगी। विशेष पुलिस आयुक्त (ऑपरेशन) दीपेंद्र पाठक ने लालकिले से दूसरे चरण में १४ पराक्रम वैन को हरी झंडी दिखाई। वैन में तैनात पुरुष व महिला कमांडो आतंकियों के निशाने पर रहने वाले प्रमुख २४ स्थानों पर तैनात रहेंगे और हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। पराक्रम वैन में तैनात कमांडो एके-४७, एमपी-५ जैसे अत्याधुनिक हथियार समेत अन्य सुविधाओं से लैस हैं। सभी कमांडो को विशेष तौर पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) का प्रशिक्षण दिया गया है।
विशेष पुलिस आयुक्त ऑपरेशन दीपेंद्र पाठक ने कहा कि पूरे विश्व में आतंक का चेहरा बदल रहा है। आइएस ने जिस तरीके से बीते दिनों में फ्रांस, लंदन, यूनाइटेड किंगडम संसद और पेरिस में आतंकी हमले किए गए वह पूरे विश्व के लिए चुनौती हैं। जम्मू-कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर चल रहे विवाद का भी राजधानी पर असर है। दिल्ली में आतंकी खतरे को देखते हुए मई २०१७ में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर नई दिल्ली के दस स्थानों विजय चौक, कनॉट प्लेस पालिका बाजार, आइपी मार्ग, अक्षरधाम, लोट्स टेंपल, साकेत सेलेक्ट सिटी मॉल, वसंत कुंज मॉल, पैसिफिक मॉल (सुभाष नगर), बाजार-मॉल कॉम्प्लेक्स (नेताजी सुभाष प्लेस), झंडेवालान पर पराक्रम वैन को तैनात किया गया था।
अब पराक्रम वैन को सुप्रीम कोर्ट, सरदार पटेल मार्ग, डिप्लोमेट एरिया, दिल्ली हाईकोर्ट, खान मार्केट, संसद भवन, इंडिया गेट, राज निवास, सरोजनी नगर मार्केट, लाजपत नगर मार्केट, अकबर रोड, नेताजी सुभाष प्लेस पर तैनात किया जाएगा। दो वैन इमरजेंसी के लिए रिजर्व रहेंगी। पराक्रम वैन पर तैनात कमांडो को इस बार बुलेटप्रूफ जैकेट, एके-४७, एमपी-५ जैसे अत्याधुनिक हथियारों के अलावा पहली बार नी-पैड, एंटी बैलेस्टिक गॉगल, हाफ ग्लब्स, पेपर-स्पे्र और टीजर उपलब्ध कराया गया है। वैन में चालक समेत पांच कमांडो हैं। सभी को नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी की ट्रेनिंग दी गई है डीसीपी पीसीआर मोनिका भारद्वाज ने बताया कि पराक्रम वैन में तैनात चालक इस तरह से प्रशिक्षित किए गए हैं कि वे विषम परिस्थिति में न सिर्फ ३६० डिग्री तक वाहन को मोड़कर सुरक्षित उसकी दिशा बदल सकते हैं, बल्कि मोबाइल मोड में ही आतंकियों को निशाना बना सकते हैं।