भोपाल,प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने सरकारी कॉलेजों सीटें बढ़ाने का फैसला लिया है। छात्रों की डिमांड को देखते हुए कॉलेजों में 10 प्रतिशत तक सीटों में बढ़ोतरी की जाएगी। मालूम हो कि इस बार स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों को आसानी से प्रवेश नहीं मिल पा रहा है कट ऑफ मार्क्स अपेक्षाकृत काफी बढ़े हुए हैं। ऐसी स्थिति में बहुत से छात्रों को सीटें कम होने की वजह से कॉलेजों में दाखिला ही नहीं मिल पाएगा। कई कॉलेजों ने इस संबंध में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी दी थी। यह भी बताया गया था कि कॉलेजों में सीएलसी के लिए अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। ऐसे में बहुत से छात्र दाखिले से वंचित रह सकते हैं। इसके बाद विभाग ने सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया है। विभाग के आयुक्त नीरज मंडलोई ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
जारी निर्देश के तहत कॉलेज जरूरत के मुताबिक 10 प्रतिशत तक सीटें बढ़ा सकेंगे। अगर कॉलेज में प्रवेश के लिए अत्यधिक आवेदन आए हैं तो विशेष परिस्थितियों में 25 प्रतिशत तक सीटों की बढ़ोतरी की जा सकती है। खास बात यह है कि सीटों की बढ़ोतरी उस स्थिति में की जाएगी, जब कॉलेज में पर्याप्त संख्या में संसाधन उपलब्ध हों। इसके तहत कक्ष, प्रयोगशाला और पुस्तकालय की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। इसी के साथ प्रोफेसर, सहायक प्राध्यापक भी होना चाहिए, ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित न हो। इसी के साथ परीक्षा संचालन की भी व्यवस्था होना चाहिए। अगर सीट बढ़ोतरी की जाती है तो प्राचार्य का यह दायित्व होगा कि समय-सीमा में विवि से इसकी मान्यता ली जाए और इसकी सूचना संचालनालय को भी दी जाए। सीएलसी चरण पूरा होने के पहले प्राचार्यों को सीट में बढ़ोतरी किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। भोपाल में भी नूतन कॉलेज, एमएलबी, नवीन कॉलेज, बेनजीर कॉलेज, एमवीएम आदि कॉलेजों में प्रवेश के लिए बड़ी संख्या में छात्र परेशान हो रहे हैं।