भोपाल,रक्षाबंधन के दिन बंदियों से मिलने पहुंचे परिजनों के चेहरे पर सील लगाने के मामले में अफसरों ने शुरूआती जांच में महिला जेल प्रहरी को सस्पेंड कर दिया है। जेल डीजी संजय चौधरी ने मीडिया को बातचीत के दौरान बताया कि बच्चों के चेहरे पर सील लगाने के मामले में शुरू की गई प्रारंभिक जांच में जेल प्रहरी रश्मि राजपूत की गलती सामने आई है। जिसके चलते उसे सस्पेंड कर दिया गया है। गौरतलब है कि रक्षाबंधन के दिन जेल में बंद कैदियों से मिलने उनके परिवार वाले सेंट्रल जेल पहुंचे थे। यहां जेल प्रबंधन के कर्मचारियों ने मिलने वाले मासूम बच्चों के हाथ स्थान पर उनके चेहरे पर सील लगा दी थी। अगले दिन मीडिया में खबरे आने के बाद यह मामला गमा गया। मामले को तूल पकड़ता देख जहां जेल मंत्री ने जांच के आदेश दिये थे। वहीं अन्य सामाजिक संगठनों ने भी कड़ा ऐतराज जताया था।
दस हजार के लेनदेन को लेकर हुई थी हत्या
राजधानी के एमपीनगर थाना इलाके में सोमवार रात चाकुओं से गोदकर रचना नगर ब्रिज के पास हुई हत्या के आरोपी को पुलिस ने चौबीस घंटों के भीतर दबोच लिया है। हत्या का कारण दस हजार के लेनदेन को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। थाना पुलिस ने बताया कि मृतक जगदीश पयरे मूल रूप से भूसाबल का रहने वाला था, जो वर्तमान में रचना नगर में किराये का मकान लेकर परिवार के साथ रह रहा था। बीती रात मृतक जगदीश अपनी पत्नी जया बराडे के साथ घर जा रहा था। तभी रास्ते में रचना नगर अंडर ब्रिज के पास एक युवक ने उन्हें रोकते हुए जगदीश पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर दिये। और फरार हो गया। जानलेवा हमले में जगदीश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मरचूरी भेजते हुए मृतक की पत्नी से पूछताछ के आधार पर फरार आरोपी की गिरफ्तारी के करते हुए। उसे देर रात दबोच लिया। अफसरो के मुताबिक आरोपी से की गई पूछताछ में सामने आया कि मृतक जगदीश के खिलाफ थाना बाजारपेड भूसावल में वर्ष 2015 में हत्या का प्रकरण दर्ज है। इसके आधार पर मृतक को जिला बदर किया गया था। जिसके बाद वो करीब एक साल से रचना नगर में रह रहा था। वही पकड़े गये आरोपी का नाम सुरेश अग्रवाल पिता श्यामलाल अग्रवाल है जो मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाला है और राजधानी के एमपीनगर जोन वन में स्थित भोपाल निकेतन में बीते दो वर्षों से रहकर टिफिन सेंटर चला रहा है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने मृतक जगदीश को दस हजार रूपये में बाईक बेची थी लेकिन बाईक लेने के बाद मृतक आरोपी सुशील को पैसा नहीं दे रहा था। पुलिस के मुताबिक सुशील द्वारा पैसे दिए जाने का दबाव बनाने पर मृतक ने उसके साथ मारपीट भी की। इसी बात से गुस्साये आरोपी ने जगदीश की हत्या कर दी।
पांच लाख के विवाद में जिंदा जलाये गये अधेड़ की मौत
निशातपुरा थाना क्षेत्र में एक पैसों के विवाद को लेकर अधेड़ को केरोसिन उड़ेलकर आग के हवाले करने कि घटना में गंभीर रूप से झूलसे अधेड़ की उपचार के दौरान मौत हो गई पुलिस ने बताया कि करोंद निवासी 55 वर्षीय आबिद अली नगर निगम कर्मचारी हैं। उन्होंने अपने एक मकान का सौदा नजमा और शादाब से किया था। इस सौदे में पांच लाख रुपए को लेकर दोनों के बीच मतभेद चल रहे थे। आबिद का आरोप है कि सोमवार दोपहर इसी बात को लेकर दोनों उनके घर आए। उन्हें धमकाने के बाद दोनों ने उनके ऊपर केरोसिन उड़ेल दिया। फिर आग लगा दी। करीब अस्सी फीसदी झुलसे आबिद ने ये बयान पुलिस को दिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं गंभीर रूप से झूलसे आविद की बीते दिन उपचार के दौरान मौत हो गई। अफसरों ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। वहीं घायल फरियादी की मौत के बाद प्रकरण में हत्या की धारा बढ़ाई जायेगी।