पटना,गुजरात में राज्यसभा चुनाव परिणाम के बाद अब ये तय माना जा रहा है कि जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नीतीश कुमार, देर-सबेर शरद यादव को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। पार्टी के महासचिव अरुण श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के निर्देश के बाबजूद राज्य सभा चुनाव में अपनी मर्जी से पोलिंग एजेंट बहाल किया था। अरुण, शरद के करीबी हैं।
राज्यसभा चुनाव में नीतीश के अथक प्रयास के बाबजूद छोठू वसावा ने उनकी मर्जी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी उमीदवार अहमद पटेल को वोट दिया था । नीतीश कुमार के समर्थक मान कर चल रहे हैं कि पार्टी और नीतीश की फजीहत शरद यादव के इशारे पर हो रही है जो अब हर मौके पर पार्टी से अलग राह लेकर अपने खिलाफ कार्रवाई के लिये सबको चुनौती दे रहे हैं।
नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बाद शरद यादव पहली बार गुरुवार को पटना आ रहे हैं। तीन दिनों तक राज्य के सात जिलों में जनता से सीधा संवाद कार्यक्रम में दो दर्जन से अधिक जगह पर लोगों से मिलेंगे। जनता दल यूनाइटेड के बिहार इकाई के अध्यक्ष, वशिष्ट नारायण सिंह उनके इस पूरे दौरे को पार्टी के खिलाफ बताते हुए स्पष्ट कर दिया है कि उनकी ये गतिविधियां अगर जारी रहीं तब पार्टी भविष्य में कोई भी निर्णय ले सकती है। इसका मतलब साफ़ है कि नीतीश ने देर सबेर शरद से राजैनतिक संबंध विच्छेद करने का मन बना लिया है।