भोपाल में डाटा चोरी का पहला मामला,अस्पताल का डाटा आईटी हेड बेच रहा था डाटा

भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डाटा चोरी का पहला मामला सामने आया है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए शहर की साइबर क्राइम पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी राजधानी के प्रमुख अस्पताल में आईटी का प्रमुख काम करता है, जबकि दूसरा पूर्व में इस पद पर रह चुका है। साइबर अपराध शाखा की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक फरियादी डॉ राजेश शर्मा ने शिकायत की थी कि उनके अस्पताल का डाटा मेल के माध्यम से उनके आईटी प्रमुख शैलेन्द्र यादव ने वैभव सक्सेना नाम के आदमी को अनाधिकृत तौर पर भेजा है। वैभव सक्सेना उन्हीं के अस्पताल में पहले इस पद पर रह चुका है। साइबर क्राइम पुलिस ने जांच के दौरान शैलेन्द्र यादव से पूछताछ की। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने अस्पताल का गोपनीय डाटा मेल से भेजा है। ये वह डाटा था, जो अस्पताल को नेशनल एक्रिडिएशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए आवश्यक होता है। यह उसने स्वास्तिक हेल्थ केयर सॉल्यूशन के संचालक वैभव सक्सेना को जीमेल आईडी से भेजा था, जो उस फर्म के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता था। पूछताछ के दौरान पता चला कि वैभव सक्सेना डॉ शर्मा के अस्पताल में दिसम्बर 2016 तक आईटी हेड के रूप में कार्यरत था। प्रबंधन से अनबन की वजह से उसने नौकरी छोड़ दी थी। वैभव के साथ अन्य तीन कर्मचारियों ने भी नौकरी छोड़ी थी। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक कंसल्टेंसी कंपनी खोल ली, जो शहर के अस्पतालों को कंसल्टेंसी सेवाएं देती थी। वैभव ने डॉ शर्मा के अस्पताल का डाटा शहर के अन्य अस्पतालों को उपलब्ध कराने के लिए अनाधिकृत तौर पर मंगवाया था। साइबर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

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