कोलंबो, भारत ने रविन्द्र जडेजा और आर अश्विन की बेहतरीन गेंदबाज़ी की सहायता से दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के चौथे ही दिन मेजबान श्रीलंका को पारी और 53 रनों से हराकर 3 टेस्ट मैचों की सीरीज़ 2-0 से जीत ली है। फालोआन खेलते हुए मेजबान लंकाई टीम अपनी दूसरी पारी में 386 रनों पर ही सिमट गई। दूसरी पारी में कुशल मेडिस और दिमुथ करूणारत्ने के शतक भी अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाये। मेंडिस ने जहां 110 रन बनाये वहीं करूणारत्ने ने 141 रन बनाये। इस मैच में दूसरी पारी में पांच विकेट लेने वाले भारत के रविन्द्र जडेजा को मैच ऑफ द मैच का अवार्ड मिला। जडेजा ने पहली पारी में भी दो वकेट लेने के अलावा अर्धशतक भी लगाया था। इस जीत के साथ ही विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार 8वीं टेस्ट सीरीज़ भी जीती है।
चौथे दिन जडेजा की फिरकी के सामने मेजबान बल्लेबाज एक बार फिर असहाय दिखे। इस प्रकार उनके मैच को ड्रॉ करने के सारे प्रयास बेकार साबित हुए। आज सुबह 16 रन पर खेल रहे पुष्पकुमारा को अश्विन ने बोल्ड कर भारतीय टीम को चौथे दिन की पहली सफलता दिला दी। इसके अगले ही ओवर में जडेजा ने श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांडीमल (02) को स्लिप पर खड़े रहाणे के हाथों कैच आउट करवाकर भारत को चौथी सफलता दिला दी। लंच के बाद जडेजा ने करुणारत्ने को 141 रन पर रहाणे के हाथों कैच आउट करवा पांचवीं सफलता दिलाई। अगले ही ओवर में जडेजा ने 36 रन पर खेल रहे एंजेलो मैथ्यूज को विकेटकीपर रिद्दिमान साहा के हाथों कैच आउट करवाकर भारत को छठी सफलता दिला दी। जडेजा ने इसके बाद दिलरुवान परेरा (04) को पेवेलियन भेज दिया इसके बाद जडेजा ने धनंजय डिसिल्वा (17) को रहाणे के हाथों कैच आउट कवाकर ना सिर्फ अपने पांच विकेट पूरे किए बल्कि श्रीलंका को आठवां झटका भी दे दिया। जडेजा ने परेरा और डिसिल्वा को भी चलता किया और अपने टेस्ट करियर में 9वीं बार 5 विकेट पूरे किये।
अंत में श्रीलंकाई टीम के बचे दो विकेट 386 के स्कोर पर आउट हो गए और टीम इंडिया को श्रीलंका में रिकॉर्ड दूसरी सीरीज़ जीत मिली।
इससे पहले लंच तक श्रीलंकाई टीम ने बेहद सधा हुआ खेल दिखाते हुए भारत की आज मैच खत्म करने की मंशा को पानी में मिला दिया था। लंच से पहले दिमुथ करुणारत्ने(नाबाद 136) और एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 28 रन) बनाकर खेल रहे थे। लंच के समय श्रीलंकाई टीम चार विकेट खोकर 302 रन बना चुकी थी हालांकि, वह भारत की ओर से बनाए गए स्कोर से अब भी 137 रन पीछे थी लेकिन लंच के बाद मैच पलट गया।
इसके बाद करुणारत्ने का साथ देने आए कप्तान दिनेश चांडीमल केवल दो रन ही बना पाए थे कि वह रवींद्र जड़ेजा की गेंद पर रहाणे के हाथों लपके गए। चांडीमल के आउट होने के बाद मैथ्यूज ने करुणारत्ने के साथ टीम की पारी को संभाला और भोजनकाल तक बिना कोई विकेट गंवाए 61 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचाया लेकिन लंच के बाद पूरी श्रीलंकाई टीम 84 रन जोड़कर अफने 6 विकेट गंवा बैठी।
भारत के लिए दूसरी पारी में रविन्द्र जडेजा ने 5, हार्दिक पांड्या और अश्विन ने 2 जबकि उमेश यादव ने एक विकेट लिया।
इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ भारत ने अपनी पहली पारी में नौ विकेट के नुकसान पर 622 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और इसी स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका की पहली पारी 183 रनों पर ही समेट दी। जिसके बाद भारतीय कप्तान ने मेजबान टीम को फालोआन खेलने बुलाया और यह फैसला बिलकुल सही साबित हुआ।