जबलपुर,12 साल बाद फिर रक्षाबंधन पर खग्रास-चंदग्रहण का संयोग उत्पन्न हुआ। पूरे देश में यह ग्रहण देखा जायेगा। ग्रहण की सूतक वेध दोपहर 1 बजकर 45 मिनिट से ग्रहण समाप्ति तक रहेगा। रात 10.43 पर ग्रहण स्पर्श हो होगा। ग्रहण का मध्य काल 11 बजकर 43 मिनिट तक रहेगा और मोक्ष रात 12 बजकर 42 मिनिट पर होगा। ग्रहणकाल में मूर्ति स्पर्श और दर्शन दोनो नहीं किये जाते। लिहाजा आज 7 अगस्त को रक्षाबंधन पर सभी मंदिरों में सुबह दोपहर 1 बजे के बाद से पट बंद हो जायेंगे।
ज्योतिषाचार्य पं. पी.एल. गौतमाचार्य ने बताया कि ग्रहण भद्रा नक्षत्र में प्रभावशाली रहेगा। मेष, सिंह, वृश्चिक व मीन राशि वालों के लिए ग्रहण का शुभ फल होगा। ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श, मूर्ति दर्शन वर्जित है। गृहस्थ में रहने वालों को सूतक वेध मनाना चाहिये। मिथुन, तुला, मकर एवं कुंभ राशि वालों के लिये यह अशुभ तथा वृष, कर्क, कन्या राशि वालों के लिए मध्यम होगा। मोक्ष ग्रहण के बाद नर्मदा के तट पर स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ेगी। इसको लेकर घाटों पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के व्यापक प्रबंध की आवश्यकता है।