श्रीनगर/नई दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय ने जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर शाह के करीबी माने जाने वाले असलम वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है। आतंकियों के वित्तपोषण के शक में गिरफ्तार किए गए असलम को दिल्ली लाकर पूछताछ की जाएगी। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने आतंकियों के वित्तपोषण मामले में बीते दिनों शब्बीर शाह सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद वानी उनके हत्थे चढ़ा है। वानी और शाह दोनों पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामले दर्ज हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2005 में भी असलम वानी को गिरफ्तार किया था। वह इन दिनों जमानत पर है। पुलिस ने तब असलम के पास से शब्बीर शाह के लिए पाकिस्तान से हवाला के जरिए भारत भेजे गए करीब 60 लाख रुपये भी बरामद किए थे। असलम ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वह शब्बीर शाह और जैश-ए-मोहम्मद के लिए काम करता रहा है। उसने यह भी बताया था की उसने सीमा पार से हवाला के जरिये आए दो करोड़ रुपये शब्बीर को पहुंचाए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तब सरकार शब्बीर शाह के प्रति मुलायमियत का व्यवहार कर रही थी। इस वजह से अलगाववादी शब्बीर शाह को पूछताछ के लिए नोटिस दिए गए, लेकिन पूछताछ नहीं की गई।
आपको बता दें सीमा पार से अतंकवादियों के वित्तपोषण की जांच कर रही एनआईए ने 24 जुलाई को कश्मीर और दिल्ली से सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें अलताफ अहमद शाह, फंटूश गिलानी, अयाज अकबर खांडे, राजा मेहराजुद्दीन कलवल, पीर सैफुल्ला, आफताब हिलाली शाह, नईम खान और फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे शामिल हैं। ऑपरेशन हुर्रियत में हुर्रियत के कई नेताओं ने कबूल किया था कि उनको पाकिस्तान से धन मिलता है, ताकि घाटी में अशांति का माहौल बनाए रखा जाए। इस खुलासे के बाद एनआईए ने अलगाववादी नेता नईम खान और बिट्टा कराटे की आवाज और और लेखन के नमूने लिए हैं।