रायसेन, सुल्तानगंज के बसंत रायकवार और जितेन्द्र सिंह ने कभी सोचा भी नहीं होगा की खुले में शौच के लिए जाना इतना भारी पड़ जाएगा कि उन्हें पुलिस थाने तक जाना पड़ेगा। दरअसल पंचायत अमले द्वारा इन्हें खुले में शौच के लिए जाने के लिए मना करने पर ये दोनां वाद-विवाद करने लगे तब इन्हें थाने लाकर समझाईश देनी पड़ी। इन दोनों ही व्यक्तियों ने वचन दिया कि वे अपने घर में शौचालय बनवाकर उसका नियमित उपयोग करेंगे।
सुल्तागंज के ग्राम पंचायत सचिव लखन सिंह ने बताया कि ग्रामवासियों की खुले में शौच की आदत को बदलने और शौचालय उपयोग के लिए प्रेरित करने ग्राम पंचायत सरपंच, पंच, सचिव, रोजगार सहायक सहित पंचायत अमले द्वारा नियमित मार्निंग-इवनिंग फालोअप किया जा रहा है। फालोअप के समय पुलिस वैन भी साथ होती है ताकि कोई विवाद न करे। जो भी ग्रामवासी खुले मे शौच के लिए गांव के बाहर जाते दिखाई हैं, उन्हे खुले में शौच के दुष्परिणाम बताए जाते हैं और शौचालय का नियमित उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाता है। जिनके घरों में शौचालय नहीं है, उन्हें बताया जाता है कि विभिन्न श्रेणियों के हितग्राहियों को शौचालय बनाने पर 12 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा दी जाती है। खुले में शौच के लिए जाने वाले जो व्यक्ति समझाईश से नहीं मानते तो, उन पर जुर्माना लगाया जाता है। फिर भी जो व्यक्ति नहीं मानते और पंचायत अमले के साथ हुज्जत करते हैं, तब उन्हें थाने लाकर समझाया जाता है।