बेंगलूरू, कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार की विभिन्न संपत्तियों पर आयकर विभाग के छापे लगातार दूसरे दिन भी राज्य के विभिन्न स्थानों पर जारी रहे। शिवकुमार ही शहर के बाहरी इलाके में एक रिजॉर्ट में गुजरात से लाए गए 44 कांग्रेस विधायकों की मेजबानी कर रहे हैं। आयकर विभाग ने कर चोरी के मामले में शिवकुमार के 64 ठिकानों और संपत्तियों पर बुधवार को तलाशी ली थी, जिससे राजनीतिक तूफान आ गया था। आयकर अधिकारियों ने बताया कि मंत्री से जुड़ी संपत्तियों की तलाशी के दौरान 10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। गुजरात में राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर विधायकों को भाजपा के पाले में जाने से रोकने के लिए कांग्रेस के 44 विधायकों को बेंगलूरू के रिजॉर्ट में रखा गया है और इसकी जिम्मेदारी शिवकुमार को दी गई। गुजरात राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल कड़े मुकाबले का सामना कर रहे हैं। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने शिवकुमार पर छापों के खिलाफ आज शहर में प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने केंद्र पर ‘‘तानाशाही’’ वाला रवैया अपनाने और ‘‘लोकतंत्र की हत्या’’ करने का आरोप लगाया है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले शिवकुमार वोक्कालिंगा समुदाय के प्रभावशाली नेता हैं। वह देश के सबसे अमीर मंत्रियों में से एक हैं। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव के लिए दायर किए गए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 251 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई थी। कांग्रेस आलाकमान के नजदीकी शिवकुमार को मुश्किल समय के लिए संकटमचक माना जाता है। वह छह बार से विधायक हैं। आयकर अधिकारियों ने बताया कि एक कॉलेज में एक शिक्षक के लॉकर से ‘‘अच्छी खासी मात्रा’’ में आभूषण बरामद किए गए हैं। यह कॉलेज शिवकुमार के एक रिश्तेदार के नाम पर है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा के खिलाफ आवाज को दबाने के लिए यह राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है।