ठाणे, महाराष्ट्र में इन दिनों मद्रास हाईकोर्ट का वंदे मातरम गाने का मामला छाया हुआ हैं महाराष्ट्र विधानसभा में वंदे मातरम गाने का लेकर बहस हो रही है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ नहीं गाता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के नेता अठावले ने कहा कि समुदायों के बीच शत्रुता पैदा करने के लिए जानबूझकर राष्ट्रीय गीत के मुद्दे को उठाया जा रहा है। उन्होंने ठाणे के समीप कल्याण में महाराष्ट्र ग्रामीण पत्रकार संघ की 11वीं वर्षगांठ पर संबोधन देते हुए कहा, हर किसी को वंदे मातरम् गाना चाहिए लेकिन अगर कोई नहीं गाता है तो इसमें क्या गलत हो जाएगा?
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा, अगर कोई वंदे मातरम् नहीं गाता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। गौरतलब है कि मद्रास उच्च न्यायालय ने हाल ही में तमिलनाडु में सभी सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सप्ताह में कम से कम एक बार ‘वंदे मातरम्’ का उच्चारण करना अनिवार्य कर दिया है। महाराष्ट्र में भाजपा के एक विधायक ने हाल ही में राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में इस आदेश को लागू करने की मांग की थी। उनकी इस मांग का अन्य दलों के विधायकों ने विरोध किया था।बात दे सपा नेता आबू आजमी ने कहा कि वे जब तक मद्रास हाईकोर्ट के निर्णय को पढ़ नहीं लेते हैं तब तक वे इसका विरोध करते रहेंगे।