मुम्बई,आईसीसी ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किये जाने का प्रयास कर रही है पर उसकी राह में सबसे बड़ी बाधा बीसीसीआई बन रही है। दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड नहीं चाहता कि उसका राज्स्व बंटे। आईसीसी टी20 क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किये जाने को लेकर गंभ्रीर है पर हैरानी की बात है कि बीसीसीआई तैयार नहीं हो रहा। बीसीसीआई को डर है कि इससे उसकी स्वायत्ता खत्म हो जाने के साथ ही राजास्व का भी बंटवारा हो जाएगा।
बीसीसीआई आईओए में शामिल होता है तो उसे अपना राजस्व बांटना होगा, और इसके लिए बीसीसीआई सहमत नहीं नजर आ रहा। वहीं दूसरी ओर आईसीसी, बीसीसीआई को राजी करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसका कारण यह है कि भारत जैसी बड़ी टीम के बिना क्रिकेट के किसी बड़े टूर्नामेंट की ओर प्रशंसकों की रुचि नहीं रहेगी।
आईओसी ने ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए आईसीसी से बड़ी टीमों और उसके खिलाडियों के खेलने का आश्वासन मांगा है। ऐसे में आईसीसी के लिए भारत के बिना इसमें शामिल होना संभव नहीं है। आईओसी पहले ही साफ कर चुका है कि जब तक बड़ी टीमों और उसके बड़े खिलाडियों के खेलने आश्वासन नहीं मिलता आईओसी, आईसीसी के ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं हो सकता। अब ऐसे में आईसीसी के पास सितंबर तक का समय है, जिसके अंदर उसे आईओसी को अपना फैसला बताना है, उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी होगी।