बडवानी, नर्मदा घाटी में सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों ने सुबह नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं के साथ खंडवा-बड़ौदा हाईवे पर चक्काजाम कर शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कसरावद पुलिया पर सोण्डल बाबा के समीप यह जाम लगाया गया। इससे पहले कारंजा चौक पर प्रदर्शनकारियों ने कफन सत्याग्रह भी किया।
जानकारी अनुसार डूब प्रभावितों के पुनर्वास का सोमवार को आखिरी दिन था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे बढ़ाकर 8 अगस्त कर दिया। इससे इतर डूब प्रभावितों ने सुबह नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं के साथ खंडवा-बड़ौदा हाईवे पर चक्काजाम कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके पहले कारंजा चौक पर कफन सत्याग्रह भी किया गया। कफन सत्याग्रह के तहत 10 महिला-पुरुष सफेद चादर ओढ़कर सड़क पर लेटे रहे। वहीं कुछ लोगों द्वारा पानी में डूबकर जल सत्याग्रह भी किया जा रहा है। डूब प्रभावितो का यह चक्काजाम, खंडवा बड़ौदा स्टेट हाइवे पर किया किया गया। इस कारण राजघाट और कसरावद मार्ग पर जाम लगा रहा। मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
चूल्हा बंद सत्याग्रह
डूब प्रभावितो का चूल्हा बंद सत्याग्रह भी जारी है। इसके तहत डूब प्रभावित करीब 43 गांव के घरों में चूल्हा नहीं जलाया जा रहा है। बडवानी, धार, खरगोन और अलीराजपुर के डूब प्रभावित चूल्हा बंद सत्याग्रह में शामिल हैं। हजारों घरो में चूल्हा बंद सत्याग्रह के कारण भोजन नहीं बन रहा है। इस प्रकार प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती आ गई है। गौरतलब है कि पिछले चार दिन से मेधा पाटकर भी अनशन कर रही हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्वास की तारीख 8 अगस्त कर दी है।