श्रीनगर, एक वीडियो सामने आया है, जिसके अनुसार हिज्बुल मुजाहिदीन का स्वयंभू डिविजनल कमांडर रेयाज नायकू दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा में मारे गए आतंकवादी शारिक अहमद के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। वीडियो में नायकू हाथ में एके-47 लिए, मारे गए आतंकवादी के अंतिम संस्कार के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए दिखाया गया है। अल कायदा और आईएस जैसे आतंकी संगठनों से दूर रहने की नसीहत देते हुए उसने कहा कि उनके साथ जुड़ने से हमारा स्वतंत्रता आंदोलन बदनाम होगा.
इससे पहले रविवार को आतंकी शारिक अहमद पुलवामा जिले के तहाब नाम के गांव में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नायकू ने लोगों से अपील की कि अल-कायदा के जाल में नहीं फंसें, क्योंक यह कश्मीर के स्वतंत्रता आंदोलन को बदनाम कर रहा है। विडियो में आतंकवादी कमांडर स्वतंत्रता समर्थक और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाता हुआ दिख रहा है। बाएं कंधे पर एके-47 लटकाए रियाज अहमद नाइकू ने अंतिम संस्कार में शामिल, लोगों के सामने करीब 20 मिनट तक भाषण दिया। अपने भाषण में उसने कहा कि कश्मीर में अल कायदा इकाई गठित करने से जुड़ा हालिया वक्तव्य ‘कश्मीर वासियों की आजादी की लड़ाई को बदनाम करने के उद्देश्य से दिया गया है।
हिज्बुल कमांडर विडियो में कहता दिखाई दे रहा है कि यह लड़ाई देश के अंदर पनपा घरेलू संघर्ष है। हालांकि रियाज ने अपने भाषण में हिज्बुल के अपने पूर्व साथी जाकिर मूसा का जिक्र नहीं किया, जिसे कश्मीर में अल कायदा इकाई का मुखिया बनाया गया है। उसने कहा कि इस्लाम का झंडा थामने वाला हर व्यक्ति जरूरी नहीं कि हमारा आदमी हो। आतंकवादी ने कहा हमारे संघर्ष को अल कायदा या इस्लामिक स्टेट से जोड़ना हमें बदनाम करने की साजिश है। इससे हमें सावधान रहने की जरूरत है|
आतंकी साथी के जनाजे में शामिल हुआ हिज्बुल कमांडर नायकू
