रामेश्वरम,पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की दूसरी पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जुलाई को पीकारुंबू में कलाम की वीणा बजाते हुए लकड़ी से बनी एक प्रतिमा का अनावरण किया था। बाद में कलाम की इस प्रतिमा के आगे गीता रखी गयी थी लेकिन विवाद खड़ा होने पर प्रतिमा के साथ कुरान और बाइबल भी रख दी गयी।
दरअसल 27 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उनके गृहनगर पीकारुंबू में कलाम की वीणा बजाते हुए लकड़ी से बनी एक प्रतिमा का अनावरण किया था। साथ ही उन्होंने रामेश्वरम में एक स्मारक का उद्घाटन भी किया था, पीएम ने पूर्व राष्ट्रपति के गृह नगर में उस जगह पर बने स्मारक को देशवासियों को समर्पित किया जहां मिसाइल मैन के पार्थिव शरीर को दफनाया गया था।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के स्मारक के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुये पीएम ने कहा कि रामेश्वरम की धरती को छूना एक महान सम्मान है जहां 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। उन्होंने कहा कि रामेश्वरम एक गहन धार्मिक केंद्र भी है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि इस धरती पर कलाम जैसी शख्सियत ने जन्म लिया जो एक ‘विचारक और युवाओं के लिये प्रेरणास्रोत थे।’