जयपुर, जेलो में बंद कैदियों के अब अलग बैंक अकाउंट खुलेंगे उनका आधार कार्ड बनाकर उनके बैंक अकाउंट से जोडा जाएगा। उसका फायदा सीधे तौर पर कैदियों के परिवार को होगा।
जेल में बंद कैदी जो जेल में कई तरह के काम करते है उससे मिलने वाला पैसा अब सीधा उनके अकाउंट में जाएगा। अब तक यह पैसा जेल के सरकारी अकाउंट में जाता था। कैछी के परिवार के सदस्य या कैदी जब मांगते थे तब उन्हें दिया जाता था। अकाउंट खुलने के बाद कैदियों की पासबुक तो जेल अधीक्षक के पास ही रहेगी लेकिन कैदी की अनुमति से एटीएम कार्ड उनके परिवार को दिया जा सकेगा। ऐसे में जेल में बंद कैदी की कमाई का पैसा उसके परिवार के सदस्य भी निकाल सकेंगे। गृह विभाग ने सरकार के निर्देश पर प्रदेश की सभी सेट्रल जेलो को आदेश देकर सजायाफ्ता कैदियो के बैक अकांउट खोलने और आधार कार्ड बनाने के निर्देश दे दिए है। ऐसा पहली बार होगा कि जेलो में बंद कैदियो के अलग से बैंक अकाउंट खोले जायेंगे। नियुक्त एजेंसियों ने कैदियो के फिंगर प्रिंट आंखो के सैम्पल लेकर आधार बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। 15 दिनों में कैदियो के बैंक अकाउंट खुल जायेंगे सभी कैदियों के अकाउंट एसबीआई बैक में खोले जायेंगे। प्रदेश की जेलो में सजायाफ्ता कैदियो की संख्या 3 हजार जबकि उदयपुर में लगभग 550 है ऐसे में इनके परिवार वालों को इस पहल से सुविधा होगी।