बड़वानी,सरदार सरोवर बांध को भरने का यहाँ विरोध शुरू हो गया है.एनबीए कार्यकर्ता ने कहा गांधीजी के अस्थि कलश और विस्थापन को लेकर आंदोलन बडवानी धार ही नहीं पुरे देश में शुरू कर दिया गया है. डूब प्रभावित ने जल सत्याग्रह कर सरकार को चेतावनी दे दी है की स्थाई पुनर्वास नहीं होने और सुविधाए मुहय्या नहीं होने तक डूब प्रभावित क्षेत्र को नहीं छोडेंगे. वही एनबीए कार्यकर्ता अमूल्य ने बताया की सरकार और प्रशासन बापू की अस्थि कलश और विस्थापन के मुद्दे को लेकर ये न समझे की आंदोलन सिर्फ दो जिले बडवानी और धार तक ही सिमित नहीं है इन मामलों में आंदोलन अब पुरे देश में शुरू हो गए है.इसके आलावा तमिलनाडु चेन्नई सहित कई प्रदेशो में सामाजिक संघठन इन मुद्दों को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे है साथ ही अमूल्य ने यह भी बताया की 31 जुलाई के बाद गाँव खाली कराने के लिए पुलिस बल का प्रयोग नहीं करने के निर्देश भी कोर्ट ने दिए है एसा करने पर कोर्ट की अवमानना होगी वही जल सत्याग्रह करने वालो के बिच एक कुत्ता भी आकर बैठ गया जिसके बाद डूब प्रभावितों ने सरकार और प्रशासन पर व्यंग कसते हुए कहा की जानवर भी विस्थापितों का दर्द समझकर उनके साथ जल सत्याग्रह में शामिल हो गया लेकिन सरकार और प्रशासन विस्थापितों की वेदना समझने को तैयार नहीं है.
उधर, नई दिल्ली में रविवार को मध्यप्रदेश के बड़वानी में सरदार सरोवर की डूब में आई गांधी जी एवं कस्तूरबा गांधी की समाधि को अन्यंत्र पहुंचाने के विरोध में युवा कांग्रेस ने प्रार्थना सभा का आयोजन किया।