नई दिल्ली, भारत के परमाणु कार्यक्रम को ऑस्ट्रेलिया के एक कदम से बेहद मजबूती मिली है। ऑस्ट्रलिया के विदेश मंत्री जूली बिशप ने मीडिया को बताया कि व्यावसायिक खरीद की संभावना से पहले ऑस्ट्रेलिया ने परीक्षण के उद्देश्य से पहला यूरेनियम शिपमेंट भारत भेजा है। यह कदम सितंबर 2014 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए असैन्य परमाणु समझौते के बाद उठाया गया है। यह अपनी तरह का पहला समझौता है क्योंकि भारत परमाणु अप्रसार संधि में शामिल नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के इस कदम से चीन और पाकिस्तान के सीने पर सांप लोट रहा है। चीन ने कहा है कि वो भारत के मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान को हर तरह से मजबूत करने का प्रयास करेगा।