लखनऊ, राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है, लखनऊ एनकाउंटर में मारे गए IS आतंकी सैफुल्ला के चचेरे भाई आसिफ इकबाल ने ही पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी की रैली में बम लगाया था। हालांकि विस्फोट से पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने बम बरामद कर लिया था,मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखनऊ एनकाउंटर के बाद गिरफ्त में आए आतंकियों ने कबूल किया कि पिछले साल 17 अक्तूबर, 2016 को दशहरे के दिन लखनऊ के ऐशबाग रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में उन्होंने ब्लास्ट की साजिश रची थी,बम लगाने की जिम्मेदारी सैफुल्ला के भाई (ताऊ के लड़के) आसिफ इकबाल को सौंपी गई थी। आसिफ 11 अक्तूबर, 2016 यानी रैली से 6 दिन पहले लखनऊ पहुंच गया था,उसने वहां सैफुल्ला और गौस मोहम्मद के साथ मुलाकात कर प्लान को अंजाम देन का खाका तैयार किया,सैफुल्ला ने उसे बम दिया, जिसे रैली वाली जगह पर लगाना था,प्लान के अनुसार आसिफ ने रैली स्थल पर बम लगा भी दिया था लेकिन वक्त रहते एजेंसियों ने बम बरामद कर लिया।
सूत्रों की मानें तो लखनऊ स्थित ठाकुरगंज के जिस घर में सैफुल्ला का एनकाउंटर किया गया, वहीं पर आसिफ के खिलाफ सबूत मिले थे,बताते चलें कि इसी साल मार्च में एटीएस ने लखनऊ में आईएस के संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था,इस एनकाउंटर के बाद एटीएस ने आईएस के खुरासान मॉड्यूल का खुलासा करते हुए गौस मोहम्मद खान, दानिश, फैसल, आतिफ मुजफ्फर, अजहर आदि को गिरफ्तार किया था. यह लोग भारत में आईएस के खुरासान मॉड्यूल को बढ़ा रहे थे।