उज्जैन,वर्ष में एक बार नागपंचमी के अवसर पर खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर के मन्दिर में 27 जुलाई की रात्रि के 12 बजे से लेकर लाखों श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से नागचंद्रेश्वर के दर्शन लाभ लिये। नागपंचमी के दिन हुई तेज बारिश के बाद भी श्रद्धालुओं की श्रद्धा में कमी नहीं आई और कतार में भींगते हुए भी भोले की भक्ति में लीन नजर आ रहे थे।
-दोपहर 12 बजे शासकीय पूजन हुआ
नागपंचमी के अवसर पर 28 जुलाई को दोपहर 12 बजे भगवान नागचंद्रेश्वर का विधि-विधान से शासकीय पूजन हुआ। परम्परा अनुसार पूजन महन्त प्रकाश पुरी द्वारा करवाया गया। पूजन में ऊर्जा मंत्री पारस जैन, संभागायुक्त एमबी ओझा, कलेक्टर संकेत भोंडवे, अपर आयुक्त डॉ.अशोक कुमार भार्गव, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर शामिल हुए। इस अवसर पर एडीजी व्ही.मधुकुमार, डीआईजी डॉ.रमनसिंह सिकरवार मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि भगवान नागचंद्रेश्वर के पट 27 जुलाई रात्रि में 12 बजे पर खुले तथा महन्त श्री प्रकाशपुरी द्वारा नागचंद्रेश्वर का परम्परा अनुसार पूजन किया गया।
-सुगम दर्शन हुए, श्रद्धालुओं ने सराहना की
जिला प्रशासन एवं महाकाल मन्दिर प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से श्रद्धालु खासे खुश नजर आये। अत्यधिक भीड़ होने के बावजूद एक घंटे के भीतर दर्शनार्थियों को बिना किसी रूकावट के दर्शन हुए। जिन श्रद्धालुओं को भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करना थे, उनके लिये प्रवेश की पृथक से व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा एवं प्रबंध व्यवस्था में लगे अधिकारी-कर्मचारी श्रद्धालुओं से शालीनतापूर्वक व्यवहार करते हुए उनका मार्गदर्शन करते हुए देखे गये। आम श्रद्धालुओं तथा विशेष दर्शन एवं पासधारी श्रद्धालुओं के लिये पृथक-पृथक बैरिकेटिंग कर व्यवस्था की गई थी।
सुगम दर्शन व्यवस्था की कई श्रद्धालुओं ने सराहना की। जावरा के रमेशचन्द्र वर्मा ने कहा कि इस बार उन्हें किसी रोकटोक का सामना नहीं करना पड़ा और आसानी से दर्शन हुए। इसी तरह शाजापुर जिले के ग्राम सुन्दरसी की बुजुर्ग महिला श्रीमती गायत्रीबाई ने बताया कि दर्शन में उनके लिये पृथक से व्यवस्था की गई थी। भोपाल के निकट के ग्राम कोटरी निवासी राजेन्द्र ने बताया कि इस बार की व्यवस्था गत वर्षों से भी अच्छी लगी।
-दिव्यांगों व वरिष्ठजनों के लिये पृथक व्यवस्था
जिला प्रशासन द्वारा इस बार दिव्यांगों एवं अतिबुजुर्ग व्यक्तियों की सहायता के लिये शंखद्वार के पास पृथक से काउंटर लगाकर सहायता के लिये कर्मचारी तैनात किये गये। 200 से अधिक दिव्यांगों व बुजुर्गों को विशेष पास जारी कर उन्हें वीआईपी द्वार से दर्शन हेतु भेजा गया। दिव्यांगों के लिये काउंटर पर व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी। शंखद्वार के निकट ही श्रद्धालुओं की सहायता हेतु नियंत्रण कक्ष, शीघ्रदर्शन टिकिट काउंटर और जूता स्टेण्ड बनाया गया था। जूता स्टेण्ड संचालन उज्जैन विकास प्राधिकरण की ओर से कुशलतापूर्वक किया गया।
-रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं का तिलक लगाकर स्वागत
महाकाल की नगरी में भगवान नागचंद्रेश्वर का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं का उज्जैन रेलवे स्टेशन पर जिला प्रशासन एवं सेवाधाम आश्रम के संयुक्त तत्वावधान में तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इसी के साथ उनको प्रसाद, फूल और बिल्वपत्र भी वितरित किये गये।