नई दिल्ली,भाजपा की मदद से छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने धोखेबाज करार दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि सत्ता के लिए कोई कुछ भी कर सकता है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच संभावित टकराव को टालने के लिए राहुल गांधीने हर संभव कोशिश की।
नीतीश के नेतृत्व वाले जदयू और लालू के नेतृत्व वाले राजद के बीच टकराव टालने के लिए राहुल गांधी ने नीतीश कुमार ने मुलाकात भी की थी। नीतीश सीबीआई की चार्जशीट में नाम आने के बाद नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के इस्तीफे के मुद्दे पर अड़ गए थे। राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार ने बहुत बड़ा धोखा दिया है। राहुल ने कहा कि मैंन विपक्षी दलों की एकता बनाए रखने की हरसंभव कोशिश की। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जब मैंने नीतीश से मुलाकात की थी, तभी उन्हें अंदेशा हो गया था कि नीतीश बहुत समय तक विपक्षी एकता की मुहिम से नहीं जुड़े रहेंगे। राहुल ने कहा यह पता लगाना कठिन नहीं है कि आदमी के दिमाग में क्या पक रहा है। मैं व्यक्तिगत रूपसे तीन-चार माह पहले ही समझ गया था कि वह क्या योजना बना रहे हैं। नीतीश के राजग के पाले में जाने पर राहुल ने कहा हिंदुस्तान की राजनीति में यही समस्या है। अपने स्वार्थ के लिए व्यक्ति कुछ भी कर जाता है। राजनेताओं पर कोई नियम लागू नहीं होते। उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनेता सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं। राहुल ने कहा कि नीतीश को सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए जनादेश मिला था, लेकिन उन्होंने निजी स्वार्थों के लिए उनसे हाथ मिला लिया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे से सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सियासत में भी हलचल मच गई है। नए घटनाक्रम में उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले नीतीश कुमार के राजग का हिस्सा बनने से हाल ही में विपक्ष को दूसरा बड़ा झटका लगा है। इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव में भी नीतीश ने राजग प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया था। जदयू ने उपराष्ट्रपति पद पर विपक्ष के पत्याशी गोपाल गांधी को समर्थन देने की बात कही थी, लेकिन अब नए घटनाक्रम में यह उम्मीद धूमिल हो गई है। दूसरी ओर, 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ संयुक्त गठबंधन खड़ा करने का कांग्रेस का सपना भी अब बिखरता दिख रहा है।