भोपाल,प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने जानकारी दी कि सौर ऊर्जा से प्रदेश भर की आंगनबाड़ियों को रोशन करने के प्रयास जारी है।प्रश्नोत्तरकाल के दौरान उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए राज्य/केन्द्र व यूएन के साथ एक अनुबंध किया गया है, जिसके तहत प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्राW में 300 वॉटर की सोलर बेट्री लगाए जाएगी। प्रदेश भर की आंगनबाड़ियों में फेसवाइज व्यवस्था करवाने के प्रयास होंगे। यह मामला भाजपा के मोती कश्यम ने उठाते हुए कहा कि आंगनबाड़ी में छोटे बच्चे जाते है और वहां प्रकाश तथा पंखे की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे परेशान होते है। वे अपनी पीड़ा रो कर व्यक्त करते हैं। उन्हेंने कहा कि गर्मी के दिनों बच्चों को भारी पीड़ा से गुजरना पड़ता है। उन्होंने मंत्री जी से अनुरोध किया कि काम की शुरूआत उनकी विधानसभा से हो, जिसे मंत्री जी ने स्वीकार भी कर लिया।
सहायक ग्रेड-3 को मिल रहा उच्चग्रेड वेतन : वित्तमंत्री
भोपाल, प्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने आज विधानसभा में जानकारी दी कि सहायक ग्रेड-3 के कर्मचारियों को उच्चग्रेड का वेतन मिल रहा है। इसका लाभ 1 जनवरी 2016 से दिया जा रहा है। यह जानकारी उन्होंने आज प्रश्नोत्तरकाल के दौरान विधायक निशंक कुमार जैन के प्रश्न के उत्तर में दी। उन्होंने बताया कि अब सहायक ग्रेड-3 के कर्मचारियों को 2400 के स्थान पर 2800 रुपए मिल रहा है। जवाब से असंतुष्ट श्री जैन ने पूछा कि समयमान, पदोन्नति का लाभ भी कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है। उन्होंने मांग की कि सरकार यह घोषणा कर दें कि पूरे प्रदेश के कर्मियों को एक समान वेतनमान मिले। जवाब में श्री मलैया ने कहा कि विधानसभा, मंत्रालय तथा राजभवन के कर्मचारियों का कार्य विशेष होता है, इसीलिए उन्हें अलग वेतन दिया जा रहा है। इससे पूर्व श्री जैन ने प्रदेश के 60 हजार लिपिक वर्ग के कर्मचारियों में आक्रोष व्याप्त होने की जानकारी देते हुए सरकार पर उनके साथ भेदभाव करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीस साल की सेवा के उपरांत भी सभी को समयमान वेतन नहीं दिया जा रहा है।
आनंद उत्सव की राशि खर्च करती है पंचायत
राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने विधानसभा में जानकारी दी कि आनंद विभाग द्वारा प्रश्न दिनांक तक राशि रुपए 1,40,90, 848 का व्यय किया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग के कार्यक्रमों का आयोजन पंचायत स्तर पर होता है, इसके लिए 3 पंचायतें मिलकर एक कलस्तर बना गए हैं। कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक सहित समस्त लोग आमंत्रित होते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कार्यक्रम पर खर्च होने वाली राशि पंचायत के द्वारा ही खर्च की जाती है और इसका पेमेंट बाउचर पर होता है।इससे पहले प्रश्नकर्ता सदस्य कुंवर विक्रम सिंह ने राशि का अनावश्यक खर्च करने के आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की थी। प्रश्न के उत्तर में श्री आर्य ने कहा कि राशि के दुरूपयोग की कोई एथेंटिक जानकारी हो तो सदस्य बता दें, हम जांच करवा लेंगे। इस पर सदस्य ने कहा कि सागर संभाग की अथवा जिले की जांच करवा ली जाए, जिसे सरकार ने अस्वीकार कर दिया। सरकार का तर्क था कि इतनी विस्तृत क्षेत्र की जांच संभव नहीं है, कोई इस्पेशिक जानकारी हो तो बता दें, जांच करवा लेंगे।