मुंबई, मंगलवार सुबह मुंबई के पूर्वी उपनगर घाटकोपर में दामोदर पार्क के पास 37 साल पुरानी एक चार मंजिला इमारत गिरने से 14 लोगों की मौत होने की खबर है जबकि 12 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। मृतकों में एक 3 महीने का मासूम का भी समावेश है. इस घटना में 3 लोगों के घायल होने की खबर है जिनके नाम वर्षा सकपाल (२०), गीता रामचंदानी (५८) एवं विठ्ठल शिरगिरी (३५) बताया गया है. सभी घायलों को घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जा रहा है कि मलबे में अभी भी 25 से 30 लोग फंसे हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार घाटकोपर के एलबीएस मार्ग पर दामोदर पार्क के पास साईं दर्शन नाम की चार मंजिला इमारत मंगलवार सुबह करीब पौने 11 बजे अचानक धराशाई हो गई. बताया जाता है कि बिल्डिंग काफी जर्जर हालत में थी. स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू किया. थोड़ी देर बाद मनपा की डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया. मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि बिल्डिंग के नीचे सीतप नर्सिंग होम भी था। जिसमें काफी समय से मरम्मत का कार्य चल रहा था। इसी वजह से इमारत में मरीज कम थे। नहीं तो ये हादसा और बड़ा हो सकता था। उन्होंने बताया कि यह इमारत 37 साल पुरानी थी। घटना स्थल पर मनपा प्रशासन की देखरेख में मलबे को जेसीबी मशीनों की सहायता से हटाया जा रहा है। ‘साई दर्शन’ नाम की ये इमारत 1980 में बनी थी. तल मंजिल के साथ बिल्डिंग में चार फ्लोर बने थे. हर फ्लोर पर 4 फ्लैट थे. ये बिल्डिंग सुनील सीताप नाम के शिवसेना नेता की थी जो तल मंजिल पर नर्सिंग होम चला रहे थे. लोगों के मुताबिक इमारत में कुछ बदलाव किए जा रहे थे और एक पिलर भी हटाया गया था. ये काम पिछले दो महीनों से चल रहा था. मंगलवार सुबह जब ये हादसा हुआ उससे पहले पूरी इमारत बुरी तरह हिलने लगी. ग्राउंड फ्लोर पर काम कर रहे मजदूरों ने जब ये देखा वो तो घबरा और वहां से भाग निकले. बिल्डिंग में मौजूद परिवारों ने भी जब ये महसूस किया तो बाहर निकलने की कोशिश करने लगे. इनमें कुछ बदनसीब बाहर नहीं आ पाए और मलबे में दब गए. बहरहाल मलबे से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है। घटना स्थल पर दमकल की १४ गाड़ियां राहत व बचाव कार्यों में जुटी है। इसके अलावा रेस्क्यू वैन और एंबुलेंस भी मौजूद है।
– दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई- गृह निर्माण मंत्री
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर राज्य के गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता पहुंचे और राहत व बचाव कार्य का जायजा लिया. उन्होंने इस घटना के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए हादसे की जांच के आदेश दिए हैं तथा दोषी पर कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मुंबई के महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर तथा महानगरपालिका आयुक्त अजय मोहता घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य का जायजा लिया. उन्होंने भी दोषी पर कानूनी कार्रवाई की बात कही.
मंदिर जाने से बच गई जान
इस इमारत में रहने वाली रीटा दोशी नाम की महिला ने बताया कि वह मंदिर गई थी जिससे उनकी जान बच गई मगर उनके पति राजेश दोशी मलबे में फंस गए हैं. उन्होंने बताया कि वह 5 साल पूर्व ही यहांरहने आई थी और अपने पति और बेटे के साथ रहती थी.