प्याज की सड़ने से नहीं भ्रष्टाचार से बदबू , पिपरिया मंडी में दाल खरीदी में 100 करोड़ का घोटाला

भोपाल,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि आज प्याज सड़ने की उतनी बदबू नहीं फैल रही है जितनी प्याज खरीदी और बेचने में व्यापक पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार की बदबू आ रही है। मुख्यमंत्री के जिले में उत्पादन से अधिक प्याज खरीदी गई। मूंग, उड़द एवं तुअर खरीदी में भी किसानों के नाम पर सिर्फ पिपरिया मंडी में ही 100 करोड़ रूपए के घोटाले का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान हितैषी नहीं है। किसानों को मिल रहे मनमाने बिजली बिलों के न भरने पर कुर्की हो रही है और सरकार दावा करती है कि ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार वाकई में किसान हितैषी है तो वह उन्हें राहत दे, गोली नहीं। वह उनके नाम पर सरकार के बजट का दुरूपयोग और फिजूलखर्ची में इस्तेमाल कर रही है। सिंह आज विधानसभा में अनुपूरक बजट पर हो रही चर्चा में बोल रहे थे।
-प्याज खरीदी में घोटाला
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि अनुपूरक बजट में प्याज खरीदी के लिए 580 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। सिंह ने कहा कि आज प्याज खरीदी में पूरे प्रदेश में जो घोटाला चल रहा है वह सबके सामने है। प्याज खरीदी के जो आंकड़े सामने आए हैं उसमें मुख्यमंत्री के जिले सीहोर में प्याज का उत्पादन 58 हजार 797 मीट्रिक टन हुआ, जबकि वहां जो खरीदी हुई है वह 76 हजार 634 मीट्रिक टन है जो लगभग 18 हजार मीट्रिक टन अधिक खरीदी हुई है। सिंह ने कहा कि यह खरीदी विपणन संघ द्वारा की गई है। संघ के जो अध्यक्ष हैं वह मुख्यमंत्री के करीबी हैं इसलिए हर घोटाले को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह 580 करोड़ रूपए का यही दुरूपयोग होगा।
-पिपरिया मंडी में दाल घोटाला
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मूंग, उड़द और तुअर की खरीदी में भी बड़े पैमाने पर व्यापारियों से खरीदी की जा रही है और घोटाले किए जा रहे हैं। सिंह ने कहा कि मैं सिर्फ एक उदाहरण देना चाहूँगा। होशंगाबाद जिले की पिपरिया मंडी, जो प्रदेश की 10 टॉप मंडियों में से एक है। यहां जितनी तुअर खरीदी गई उतनी जमीन भी यहां पर नहीं है। यह खरीदी कृषि विभाग के बगैर सत्यापन के खरीदी गई। उन्होंने कहा कि इस खरीदी में 100 करोड़ से अधिक की हेराफेरी का अनुमान है। सिंह ने कहा कि मूंग, उड़द और तुअर खरीदी के निर्देश के हालत यह हैं कि आज 25 तारीख को भी दाल खरीदने के आदेश कलेक्टरों के पास नहीं पहुँचे हैं और 31 तारीख तक खरीदी होना है। यह दो उदाहरण सरकार की नीयत बताते हैं कि किसानों का उनसे कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ उनके नाम पर आवंटित बजट का केवल दुरूपयोग करना है।
-किसानों से कुर्की हो रही है
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि उज्जैन जिले के महिदपुर में बिजली का बिल न चुकाने पर उनके सामान की कुर्की होने की बात कही। उन्होंने बताया जबकि इसी सदन में किसानों को राहत देने एवं कुर्की न होने की बात की गई है।
-नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के नाम पर फिजूलखर्ची
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के नाम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ब्रांडिंग पर करोड़ों रूपए खर्च किए गए जबकि इसी सदन में सरकार ने यात्रा के संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा था कि इस यात्रा पर कोई खर्च नहीं हुआ है। यह यात्रा केवल जन सहयोग एवं भागीदारी से चलाई जा रही है। इसी सदन में इसी सरकार ने यह जबाव दिया कि 21 करोड़ से अधिक राशि सिर्फ विज्ञापन पर खर्च की है। उन्होंने कहा कि फिजूलखर्ची का आलम यह था कि मुख्यमंत्री की फोटो के साथ यात्रा के होर्डिंग, विज्ञापन लासएजिंल्स और न्यूयार्क एयरपोर्ट पर लगाए गए। समग्र स्वच्छता अभियान का पैसा अमरकंटक में प्रधानमंत्री की सभा में भीड़ जुटाने के लिए किया गया। प्रति प्रेरक 500 रूपए दिए गए। कलेक्टरों को बस द्वारा भीड़ ले जाने के निर्देशों पर जब उन्होंने इसके खर्च का मद पूछा तो उनसे कहा गया कि स्वच्छता अभियान से खर्च करें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे पूरे कांग्रेस विधायक दल की ओर से मांग करते हैं कि नमामि देवी नर्मदे यात्रा में शामिल विभाग इस यात्रा पर हुए खर्च का ब्यौरा दें।
-ऋण लेकर घी पीने की परिभाषा बदली
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि इसी सदन में वर्ष 2003 के शीतकालीन सत्र में तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा था कि कांग्रेस सरकार ने ऋण लेकर घी पिया था। तब सरकार पर मात्र 25,000 करोड़ का कर्ज था। पिछले 13-14 साल में कर्ज में 6 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है जो लगभग 1,50,000 करोड़ है। लेकिन अब इस कर्ज को लेकर यही भाजपा सरकार कांग्रेस सरकार पर कर्ज लेकर घी पीने का आरोप लगाती थी अब यह कहती है कि कर्ज विकास के लिए है। 13-14 साल में अब कर्ज की परिभाषा बदल दी गई है।
-तीन हेलीकाप्टर, एक हवाई जहाज फिर भी चार्टेड प्लेन की जरूरत
सिंह ने फिजूलखर्ची का एक और उदाहरण देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार के पास तीन हेलीकाप्टर एवं एक हवाई जहाज होने के बाद भी 2 लाख रूपए प्रति घंटे के हिसाब से एक चार्टेड प्लेन लिया गया है। इस पर हर माह 60 लाख रूपए अनुबंधित कंपनी को दिया जा रहा है।
-जीरो टालरेंस भ्रष्टाचार की कलई खुली
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के मामले में कहा था कि प्रदेश में जीरो टालरेंस की नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सतना नगर निगम आयुक्त सहित अनेक प्रकरण इस बात के उदाहरण है कि प्रदेश में किस तरह खुलेआम भ्रष्टाचार चल रहा है। सिंह ने कहा कि 13-14 साल बाद मुख्यमंत्री को चिंता हुई और उन्होंने कहा कि जो कलेक्टर काम नहीं करेगा, उसे उलटा टांग दूगां। यह एक हताश हो चुके मुख्यमंत्री का बयान है। सिंह ने कहा कि बजट तो आवंटित कर दिया जाता है लेकिन उसकी मांनीटरिंग नहीं होने के कारण फिजूलखर्ची और भ्रष्टाचार की प्रवृत्ति बढ़ रही है। सिंह ने कहा कि बजट आवंटित होने के बाद सरकार का कोई फोकस नहीं है। उन्होंने कहा कि बजट का उपयोग भी कुछ ही जिलों तक सीमित हो गया है।
-पेंशनरों के साथ धोखा
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि भाजपा 2003 के पहले पेंशनरों के हक के लिए बड़ी आवाज उठाती थी लेकिन उसने आज तक 4.50 लाख पेंशनरों को न छटंवें वेतनमान का एरियर दिया और न ही सातवें वेतनमान का कोई लाभ दिया।
-सीधी से सिंगरौली पहुंचने में 2 घंटे के बजाय लगते हैं 6 घंटे
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने विंध्य क्षेत्र में सड़कों की खराब हालत का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले सतना, रीवा जाने में 1 घंटे लगता था अब 2 घंटे में यह सफर पूरा होता है। इसी तरह सीधी सिंगरौली के बीच 1990 में 2 घंटे लगते थे लेकिन सड़कों की खराब हालत के कारण अब 6 घंटे लग रहें हैं।
सिंह ने कहा कि बजट पास करा लेना आसान है। हम सभी सदस्य इस भावना से बजट पास करते हैं कि इसका लाभ जनता को मिलेगा लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। बजट का सही मायने में सदुपयोग नहीं हो रहा है फिजूलखर्ची भ्रष्टाचार के कारण न किसानों को न जनता को लाभ मिल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *