मुंबई,शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उद्धव ने भाजपा के अच्छे दिन के वादे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अच्छे दिन सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में ही दिखाई दे रहे हैं, बाकी सिर्फ आनंद ही आनंद है। उन्होंने जीएसटी लागू करने के तरीके की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से चीजें हो रही हैं वो सब गड़बड़ है। इसे देखते हुए शांत रहना मुश्किल है। फिलहाल समझदारी इसी में है कि जो हो रहा है उसे शांति से देखते रहो। लेकिन शिवसेना प्रमुख की विरासत चलानी हो तो शांत रहना हमारे खून में नहीं है। जो कुछ हो रहा है उसे सिर्फ देखते रहना भी हमसे नहीं होगा। इसलिए जहां-जहां जो चीज हमें ठीक नहीं लगती वहां-वहां हम अपने विचार मजबूती से रख रहे हैं।
ठाकरे ने जीएसटी के बहाने ही मोदी सरकार पर सत्ता के केंद्रीयकरण का आरोप लगाया।
उद्धव ने कहा कि अगर जिसकी लाठी उसकी भैंस ही राज करने का तरीका है तो राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने पंचायती राज को निचले स्तर तक पहुंचाया था। आज मोदी प्रधानमंत्री हैं और उस स्वायत्तता को खत्म कर सब कुछ केंद्र के हाथ में रखने का काम शुरू है। जीएसटी के साथ नोटबंदी पर भी उद्धव ने मोदी सरकार को निशाने पर ले लिया। ठाकरे ने कहा कि चार महीने में 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए। नौकरियां छूट गईं, जिन 15 लाख लोगों ने नौकरी गंवाई उनकी दाल-रोटी की व्यवस्था है क्या? तमाम मुद्दों पर सरकार की आलोचना के बीच उद्धव ने साफ किया कि इन बातों के लिए उन्हें सरकार विरोधी नहीं समझा जाना चाहिए। मुझे एक बात साफ करनी है कि जब मैं या शिवसेना कुछ बोलती है तो उस समय हमें सरकार विरोधी समझा जाता है। मैं सरकार विरोधी नहीं हूं। मैं जनता के साथ हूं।