गांधीनगर, जैसा की पहले से कयास लगाया जा रहा था कि अपने जन्मदिन पर शंकर सिंह वाघेला कोई बड़ा एलान करेंगे और पार्टी को तगड़ा झटका देंगे और वैसा ही हुआ। लंबे समय से बागी तेवर अपनाए पार्टी के बड़े नेता शंकर सिंह वाघेला ने आखिरकार शुक्रवार को अपने 77वें जन्मदिवस पर गांधीनगर में शक्ति प्रदर्शन किया और इस दौरान उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ने का एलान किया। वाघेला ने जन्मदिन के बहाने अपने समर्थकों का जमावड़ा बुलाया। रैली में वाघेला ने बड़ा खुलासा किया है कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया है। वाघेला ने कहा कि अभी मैं पार्टी में हूं लेकिन लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे निकाल दिया है। विनाश काले विपरित बुद्धि लेकिन बापू रिटायर होने वाला नहीं है। वाघेला ने कहा कि मैं कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान करता हूं और अपनी ओर से पार्टी को मुक्त करता हूं। उन्होनें आगे कहा कि मैं बीजेपी या किसी दूसरे राजनीतिक दल में शामिल होने नहीं जा रहा हूं और न ही कोई नई पार्टी बनाउगॉं।’ उन्होनें अपने भाषण के दौरान पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी जमकर कोसा और कई बार भाजपा की तारीफ करने में नहीं चूंके।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में वाघेला ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया था और पार्टी से नाराज वाघेला के इशारे पर कांग्रेस और राकांपा के 11 विधायकों के क्रॉस वोटिंग की थी। एक दर्जन कांग्रेस विधायक शक के दायरे में थे, जिनमें वाघेला के पुत्र महेंद्र सिंह, राघव पटेल आदि हैं। हालाकि वाघेला इसकी सफाई देते भी नजर आएं। वाघेला ने साफ कहा कि क्रॉस वोटिंग में उनका कोई हाथ नहीं है बल्कि उन्होंने एनसीपी के नेताओं से भी मीरा कुमार के पक्ष में वोट कराया।