भोपाल, भोपाल रेल मंडल में करीब 60 रिटार्ड कर्मचारियों को चेकिंग स्टॉफ में भर्ती किया जाएगा। इनको चार सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। घाटे में चल रहे रेलवे ने अब कम खर्च में काम कराने की स्कीम लागू की है। इसका असर भोपाल रेल मंडल में भी देखने को मिलेगा। सूत्रों की माने तो पश्चिम मध्य रेलवे में रेलवे बोर्ड का वो सर्कूलर पहुंच चुका है जिसमें चेकिंग स्टॉफ में रिटायर रेल कर्मचारियों को नियुक्त करने की बात कही गई है। ज्ञात हो कि रेलवे इन दिनों अपना आॅपरेशनल और संस्थागत खर्च घटाने में जुटा है। इसके तहत अब चेकिंग स्टॉफ को रिकू्रट करने के बजाए रिटायर रेल कर्मचारियों को कान्ट्रेक्ट पर रखने की स्कीम लागू की जा रही है। बताया जा रहा है कि पूरे पमरे में टीसी और टीटीई के करीब 400 पद खाली पड़े हैं। परिणामस्वरूप वर्तमान चेकिंग स्टॉफ पर काम का भारी बोझ पड़ रहा है। ऊपर से चेकिंग स्टॉफ को डेली कैश टारगेट देने से वो भी आक्रोशित हैं। सूत्रों के अनुसार भोपाल रेल मंडल में करीब 60 टिकट चेकिंग स्टॉफ पर रिटायर रेल कर्मचारियों को कान्ट्रेक्ट पर रखा जाएगा। इस पद पर वो रिटायर कर्मचारी रखे जाएंगे जो चेकिंग स्टाफ के पद से रिटायर हुए हों। उनकी उम्र भी 62 वर्ष से अधिक न हो। इन्हें चार सौ रुपए प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जाएगा। एक माह में अधिकतम 21 दिन रिटायर कर्मचारियों से ड्यूटी ली जाएगी।
इस काम में लगने पर उनकी पेंशन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन उन्हें दुर्घटना की स्थिति में डिपार्टमेंटल क्लेम नहीं मिलेगा। रेलवे यदि नई भर्ती करता है तो वो उसे महंगी पड़ेगी। नए स्टाफ को मुफ्त इलाज, टीए, डीए सहित कई सुविधाएं दी जाती हैं। उनका वेतन भी सातवें वेतन आयोग में तीस हजार तक हो गया है। इस लिहाज से रिटायर स्टाफ काफी सस्ता बैठेगा। रिटायर कर्मचारियों को नहीं देना होंगी। बताया जाता है कि आने वाले एक दो माह में ये कान्ट्रेक्ट की नियुक्तियां की जा सकती हैं। उधर थर्ड लाइन का काम अंतिम दौर में है। रेलवे भोपाल-बीना सेक्शन के बीच अब विदिशा से सांची वाले सेक्शन क ी पटरियों को जोड़ने का काम हो रहा है। इससे 22 से 30 जुलाई के बीच दर्जन भर ट्रेनें भोपाल नहीं आएंगी। इस वजह से दोनों तरफ से आने वाली दर्जन भर टेÑनें प्रभावित होंगी। इस अवधि में कुछ ट्रनों के हाल्ट बदले जाएंगे और कुछ को पैसेंजर की तरह चलाया जाएगा। ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी दोनों तरफ, जोधपुर-भोपाल बीना और भोपाल के बीच नहीं चलेगी। विंध्याचल एक्सप्रेस भी अप और डाउन दोनों ओर से 21 से 29 जुलाई के बीच निरस्त रहेगी। झांसी-इटारसी दोनों एंड की ट्रेन कैंसिल रहेंगी।
रिटायर्ड कर्मचारी होंगे टिकट चेकिंग स्टॉफ में भर्ती
