भोपाल,प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों की सीटों प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों का हुजूम उमड् रहा है। वहीं इंजीनियरिंग, एमबीए, बीएड में प्रवेश लेने में विद्यार्थियों की दिलचस्पी घट गई है। इन विषयों में हजारों संख्या में सीटें रिक्त बनी हुई हैं। आगामी सत्र में मेडिकल के छह सरकारी और निजी कालेजों के कारण करीब 1200 सीटें बढ़ेंगी। एमसीए, बीसीए, पीडीसीए, डीसीए, बीफार्मा, डीफार्मा, पालीटेक्निक, पार्ट टाइम बीई और एमबीए की हालात भी नाजुक है। एमबीबीएस की निजी और सरकारी कॉलेज व निजी विवि में करीब 1500 सीटें हैं। उनमें प्रवेश लेने देशभर से करीब 16,700 विद्यार्थियों ने पंजीयन किया है। वहीं एनआरआई की 161 सीटों पर प्रवेश लेने 193 का पंजीयन है। प्रदेश की मेडिकल की सीटों पर प्रवेश लेने विद्यार्थी कोई भी कीमत देने को तैयार हैं। वहीं बीडीएस की लंबे समय से 25 फीसदी सीटें खाली हैं। प्रदेश के 179 कॉलेजों में इंजीनियरिंग की करीब 71 हजार सीटों पर प्रवेश देने तकनीकी शिक्षा विभाग काउंसलिंग करा रहा है। प्रथम राउंड में करीब 11 हजार प्रवेश हुए हैं। दूसरे राउंड में करीब 8 हजार विद्यार्थियों को अलाटमेंट जारी किया गया है। दूसरे राउंड तक 20 हजार सीटों पर प्रवेश हो सकते हैं। इसके बाद भी प्रदेश में 50 हजार सीटें रिक्त रह जाएंगी। बीएड के प्रदेश में 719 कालेजों में करीब 70 हजार सीटें हैं। इसमें करीब 600 कालेजों की 60 हजार सीटों पर दूसरे राउंड में प्रवेश देने की व्यवस्था हो रही है। प्रथम राउंड में करीब 22 हजार विद्यार्थियों का अलाटमेंट जारी किया है। व्यापमं की प्रवेश परीक्षा में 39 हजार विद्यार्थी शामिल हुए हैं।
मेडिकल में प्रवेश लेने उमड् रहा हुजूम,इंजीनियरिंग,MBA,Bed में प्रवेश की दिलचस्पी घटी
