भोपाल,शनिवार रात भारत भवन में जयशंकर प्रसाद समारोह के अंतर्गत कथक शैली में ध्रुवस्वामिनी की मनमोहक प्रस्तुति की गई। इसकी प्रस्तुति अनु सिन्हा और उनके शिष्यों की ओर से की गई। नृत्य नाटिका का उद्देश्य समाज के वर्तमान सन्दर्भों को आकर्षक ढंग से ध्रुवस्वामिनी के साथ जोड़कर दिखाना था। यह प्रस्तुति करीब एक दस मिनट की रही। जिसमें ध्रुवस्वामिनी के विविध पक्ष भी दिखाई दिए। इसमें गुप्तकाल के स्वर्णिम समय के भारत में महत्त्व को भी रेखांकित किया गया था। मुख्य कलाकार अनु सिन्हा का कहना है की महिलाओं की स्थिति में अब तक सुधार नहीं आया है इसे ही प्रदर्शित करना मूल भावना है।