मुम्बई,टीम इंडिया के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री एक बार फिर टीम इंडिया के नये मुख्य कोच बने हैं। मुख्य कोच की दौड़ में शास्त्री के अलावा वीरेन्द्र सहवाग और टाम मूडी जैसे दिग्गज भी शामिल थे। इससे पहले सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर की सलाहकार समिति ने सभी पांच आवेदकों का साक्षात्कार लेने के बाद फैसला कोहली पर छोड़ दिया था। आखिरी मुकाबला शास्त्री और सहवाग के बीच माना जा रहा था, पर अंतिम मुहर शास्त्री के नाम पर लगी। शास्त्री श्रीलंका दौरे से टीम इंडिया के साथ रहेंगे। उनका कार्यकाल विश्व कप 2019 तक रहेगा।
शास्त्री कप्तान विराट कोहली की पहली पसंद थे। इससे पहले सोमवार को गांगुली ने कहा था कि कोच के लिए प्रक्रिया पूरी हो गई है। कोहली से बात कर कोच की घोषणा होगी। माना जा रहा था कि कोच पद के लिए सचिन तेंदुलकर शास्त्री का समर्थन कर रहे थे। वहीं सौरव गांगुली वीरेंद्र सहवाग का समर्थन कर रहे थे।
सीओए प्रमुख विनोद राय अभी सिंगापुर में है। उन्होंने कोच के मुद्दे पर बीसीसीआई सचिव अमिताभ चौधरी और बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी से बात की थी। उनका कहना था कि मंगलवार शाम तक टीम को नया कोच मिल जाएगा।
इससे पहले सोमवार को क्रिकेट सलाहकार समिति के साथ अमिताभ चौधरी और बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी भी कोच पद के उम्मीदवारों के साक्षात्कार के दौरान बैठे थे। इस दौरान पांच उम्मीदवारों का साक्षात्कार हुआ। तेंदुलकर लंदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे, तो गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण मुंबई में थे। पांच उम्मीदवारों शास्त्री, रिचर्ड पाइबस, टॉम मूडी, वीरेंद्र सहवाग और फिल सिमंस साक्षात्कार के लिए पहुंचे थे।
साक्षात्कार के बाद सीएसी कमेटी और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि सभी उम्मीदवारों का प्रजेंटेशन बढ़िया रहा, लेकिन कुछ भी नया नहीं था। शास्त्री और टॉम मूडी एक साल पहले भी टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले के साथ साक्षात्कार दे चुके हैं। उस समय क्रिकेट एडवायजरी कमिटी ने रवि शास्त्री और टॉम मूडी की जगह कुंबले को वरीयता दी थी।
शास्त्री फिर बने टीम इंडिया के मुख्य कोच,विश्व कप 2019 तक रहेगा कार्यकाल
