श्रीनगर/लखनऊ,जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को लश्कर-ए-तैयबा के मॉडयूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया और कहा कि थाना प्रभारी और पांच अन्य पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले समूह का एक आतंकी गिरफ्तार किया गया है। संदीप नाम का यह आतंकवादी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से है और कई हमलों में इसका हाथ बताया जा रहा है। शुरुआती खबरों में यह भी बताया गया है कि यह एटीएम लूटकर आतंकी संगठन को पैसे देता था। संदीप को अनंतनाग से पकड़ा गया है। संदीप 2010 में पहली बार कश्मीर आया था। पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा में अपराधी भी शामिल हो रहे हैं।
मुजफ्फरनगर का निकला संदीप शर्मा
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में एक थाना प्रभारी और पांच अन्य पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के जिस एक सदस्य को गिरफ्तार किया है वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी है। उप्र में उसका परिवार मुजफ्फरनगर में रहता है और इस समय बेहद गरीबी में जीवन यापन कर रहा है। उप्र के युवक की गिरफ्तारी होने के बाद यहां के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की एक टीम उससे पूछताछ के लिए कश्मीर रवाना हो गयी है।
विदित हो कि जम्मू-कश्मीर पुलिस दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद से जुड़े अपराधों समेत सिलसिलेवार सनसनीखेज अपराधों में संलिप्त रहे एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। इस दौरान पुलिस के हत्थे उत्तर प्रदेश स्थित मुजफ्फरनगर के निवासी संदीप कुमार शर्मा उर्फ आदिल और दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के निवासी मुनीब शाह चढ़े। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि किस तरह के अपराधी आतंकवाद में शामिल थे और कैसे लश्कर-ए-तैयबा नामक आतंकी संगठन उनका इस्तेमाल कर रहा था। किस तरह से वे बैंकों और एटीएमों को लूट रहे थे और आतंकी संगठनों एवं खुद के लिए धन जुटा रहे थे। संदीप को उसी घर से गिरफ्तार किया गया था, जहां लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बाशिर लश्करी को एक जुलाई को मार गिराया गया था। संदीप की गिरफ्तारी के बाद शाह की गिरफ्तारी हुई। जांच में पता चला कि संदीप वर्ष 2012 में घाटी में आया था और उसने गर्मियों में वेल्डर के तौर पर काम किया था। सर्दियों में वह घाटी से बाहर, खासकर पटियाला चला जाता था। पंजाब में काम करने के दौरान वह कुलगाम निवासी शाहिद अहमद के संपर्क में आया। वह भी पंजाब में काम कर रहा था। इस साल जनवरी में वह घाटी आया और दक्षिण कश्मीर में एटीएम एवं अन्य लूटों की योजना बनाई। संदीप, मुनीब शाह, शाहिद अहमद और मुजफ्फर अहमद नामक चार लोग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कुलगाम में किराए के मकान में रहे। वहीं ये लोग लश्कर के कट्टर आतंकी शकूर अहमद से मिले थे। पता चला है कि आतंकियों ने एटीएम लूटने के लिए संदीप की मदद ली और लूटा गया धन बांट लिया जाता था। यह भी जानकारी मिली है कि लश्करी और उनका समूह 16 जून को दक्षिण कश्मीर के अचाबल इलाके में एसएचओ फिरोज अहमद डार और पांच अन्य पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या में संलिप्त थे।
गिरफ्तार किया गया संदीप शर्मा उर्फ आदिल का परिवार उप्र के मुजफ्फरनगर के ही पचेंडा रोड स्थित न्यू अंकित विहार कालोनी में रहता है और उसके पिता रामकुमार शर्मा की मौत हो चुकी है। मां प्रेमवती, बडी पुत्रवधू रेखा के साथ यहां रहती है। रेखा घरों में चैका बर्तन मांज कर पैसा कमाती है जबकि भाई प्रवीण हरिद्वार में टैक्सी चलाता है। परिजनो के मुताबिक संदीप के आतंकी होने की परिवार को कोई जानकारी नहीं है और ना ही उसने परिवार को कभी कोई आर्थिक मदद ही करता था। उधर, गिरफ्तार संदीप कुमार शर्मा उर्फ आदिल से पूछताछ करने के लिए यूपी एटीएस की टीम जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गई है। यह जानकारी आईजी एटीएस असीम अरूण ने सोमवार को यहां दी।