मोसुल,आईएस के गढ़ माने जाने वाले मोसुल शहर पर इराकी सेना ने कब्जा कर लिया है। इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आबदी ने मोसुल पहुंचकर खुद इस बात की घोषणा करते हुए ईराकी सेना को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि तीन साल पहले जिहादियों ने मोसुल पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से इराकी सेना और आईएस के बीच यहां कब्जे को लेकर संघर्ष जारी है। इस युद्ध में मोसुल का अधिकांश हिस्सा बर्बाद हो गया है। जबकि दोनों के बीच संघर्ष में हजारों लोगों की मौत हो गई। इस दौरान एक लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए।
इराकी प्रधानमंत्री की मोसुल पर पूर्ण नियंत्रण की घोषणा के साथ ही इराकी सैनिकों ने मोसुल की सड़कों पर जश्न मनाया। हालांकि प्रधानमंत्री के ऐलान के दौरान भी वहां गोलियां चलने की आवाज सुनी गई हैं। आतंकियों का पूरी तरह सफाया करने में दो दिन का समय लग और सकता है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि सशस्त्र सेनाओं के प्रमुख प्रधानमंत्री हैदर अल-आबदी मोसुल शहर पहुंचे। वहीं अमेरिकी प्रतिरक्षा विभाग ने बताया है कि मोसुल में आतंकियों के खिलाफ संघर्ष करने वाली एलीट काउंटर टेरेरिज्म सर्विस को आतंकियों से युद्ध के दौरान 40 फीसदी नुकसान हुआ है। अमेरिका मोसुल में आईएस समर्थित आतंकियों का सफाया करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन का नेतृत्व करता है। इसमें आतंकियों पर हवाई हमले और जमीनी युद्ध भी शामिल हैं।